
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में पूरे दिन मजबूती का रुझान बना रहा और नवंबर वायदा सारीज के निपटान (एक्सपायरी) के दिन हरियाली देखने को मिली।
हालाँकि इस सीरीज के दौरान कुल मिला कर भारतीय बाजार में गिरावट ही रही है। आज बीएसई सेंसेक्स (Sensex) ने कुछ देर के लिए 26,000 का स्तर भी फिर से छू लिया। यह 26,016 के ऊपरी स्तर तक चढ़ा। अंत में यह 183 अंक या 0.71% की बढ़त के साथ 25,959 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 50 (Nifty 50) भी 52 अंक या 0.67% की मजबूती हासिल कर 7,884 पर बंद हुआ।
आज बीएसई मिडकैप में 0.26% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.45% की बढ़त रही। वहीं एनएसई में निफ्टी मिडकैप 100 ने 0.40% और निफ्टी स्मॉल 100 ने 0.52% की मजबूती दिखायी।
सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में टाटा मोटर्स, सन फार्मा, गेल, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, रिलायंस और आईटीसी सबसे ज्यादा मजबूत रहे। दूसरी ओर डॉ. रेड्डीज की एक इकाई पर अमेरिकी एफडीए की ओर से रोक लगने की चेतावनी की खबर के मद्देनजर इसके शेयर में सबसे ज्यादा 8.21% की भारी गिरावट दर्ज हुई। ल्युपिन, टीसीएस, बजाज ऑटो, मारुति और एलऐंडटी भी कमजोर रहे।
पूरी नवंबर सीरीज के दौरान सेंसेक्स ने 3.3% की गिरावट झेली, जबकि निफ्टी इस दौरान 2.8% नीचे आ गया। इस सीरीज में सबसे ज्यादा कमजोरी दवा शेयरों में रही। एनएसई का फार्मा सूचकांक 11% से ज्यादा गिरा। वहीं धातु सूचकांक में नवंबर सीरीज में 6% की गिरावट आयी। दूसरी ओर निफ्टी एनर्जी ने 3.3% और निफ्टी ऑटो ने 3.1% की बढ़त दर्ज की। (शेयर मंथन, 26 नवंबर 2015)
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