सिप्ला के शेयर रखे रहें : आईसीआईसीआई डायरेक्ट
आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) ने सिप्ला (Cipla) के शेयरों को रखे रहने की सलाह दी है। ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी के शेयरों के लक्ष्य को 650 रुपये से बढ़ाकर 710 रुपये कर दिया है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) ने सिप्ला (Cipla) के शेयरों को रखे रहने की सलाह दी है। ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी के शेयरों के लक्ष्य को 650 रुपये से बढ़ाकर 710 रुपये कर दिया है।
अच्छे वैश्विक संकेतों के बीच आज भारतीय शेयर बाजार ने हरे रंग में कारोबार की शुरुआत की है।
हाउसिंग सेक्टर में आये उछाल के कारण सोमवार को तीनों प्रमुख अमेरिकी सूचकांक हरे निशान में बंद हुए।
पीएसयू बैंकिंग सेक्टर में अच्छी तेजी रहने के बावजूद बाकी क्षेत्रों में जारी गिरावट का असर आज शेयर बाजार में देखने को मिला।
एशियाई बाजारों में चल रही सुस्ती का असर आज भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है।
शुक्रवार को तीनों प्रमुख अमेरिकी सूचकांक हरे निशान में बंद हुए।
पूरे हफ्ते कारोबार में गिरावट का रुख रहने के बाद आज हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार ने मजबूत बढ़त के साथ सप्ताह का अंत किया।
कल के तरह ही आज भी भारतीय शेयर बाजार ने हरे रंग में कारोबार की शुरुआत की है।
चीन में जारी संकट और कच्चे तेल की गिरती कीमतों के कारण गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार सपाट हो कर बंद हुए तो वहीं आज सुबह एशियाई बाजरों में मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है।
कल की गिरावट के बाद आज भारतीय बाजार ने हरें रंग में कारोबार की शुरुआत की है। और शुरुआती कारोबार में दोनों प्रमुख भारतीय सूचकांकों में मजबूती देखी जा रही है।
चीन की अर्थव्यवस्था में चल रहे संकट के चलते अमेरिकी बाजार बुधवार को सपाट स्थिति में बंद हुआ।
चीन संकट और संसद में जारी गतिरोध के कारण बीएसई में सेंसेक्स आज 354 अंक या 1.27% की गिरावट के साथ 27,512 पर बंद हुआ है
कैडिला हेल्थकेयर ने चालू वर्ष की पहली तिमाही में 353.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है।
खराब वैश्विक संकेतों और संसद में जीएसटी बिल के पास ना होनें की आशंका के बीच कल की गिरावट के बाद आज सुबह शेयर मार्केट ने लाल निशान में कारोबार की शुरुआत की।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन की मुद्रा युआन के अवमूल्यन से वैश्विक स्तर पर शेयर बाजार में गिरावट का रुख देखा जा रहा है।
संसद में जारी अवरोध के कारण, जीएसटी बिल के पास ना होंने की संभावनाओं से निवेशकों में चिंता का महौल बना हुआ है।