आरबीआई (RBI) : ब्याज दरों में इजाफा, बाजार में दबाव बढ़ा

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के नये गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने पहली बार मौद्रिक नीति (Monetary Policy) की मध्य-तिमाही समीक्षा पेश की है।
आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव किया है।
आरबीआई ने रेपो दर (Repo Rate) को 0.25% अंक बढ़ा दिया है। अब यह दर 7.25% से बढ़ कर 7.50% हो गयी है। रेपो दर वह ब्याज दर है जिस पर कोई कारोबारी बैंक आरबीआई से बेहद छोटी अवधि के कर्ज लेता है। रिवर्स रेपो दर (Reverse Repo Rate) में भी 0.25% अंक की बढ़ोतरी हुई है। अब यह दर 6.25% से बढ़ कर 6.50% हो गयी है। रिवर्स रेपो वह दर है, जो कारोबारी बैंकों को अपना पैसा आरबीआई के पास बेहद छोटी अवधि के लिए जमा कराने पर मिलता है। आरबीआई ने नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में कोई बदलाव नहीं किया है। सीआरआर 4% पर कायम है। आरबीआई ने मार्जिनल स्टैंडिंग फैसलिटी (एमएसएफ) दर 0.75% अंक घटाया है। अब एमएसएफ दर 10.25% से घट कर 9.50% हो गयी है।
इस खबर के आने के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में तेज गिरावट का रुख है। सुबह 11:04 सेंसेक्स 351 अंकों की गिरावट के साथ 20,296 पर है। निफ्टी 6100 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे चला गया है और यह 93 अंकों की गिरावट के साथ 6,022 पर है। (शेयर मंथन, 20 सितंबर 2013)