सुब्रत रॉय (Subrata Roy) 11 मार्च तक रहेंगे तिहाड़ जेल में

उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने आज सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय (Subrata Roy) को अगली सुनवाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
अब अगली सुनवाई 11 मार्च 2014 को होगी और तब तक सुब्रत रॉय तिहाड़ जेल में रहेंगे। इससे पहले सुब्रत रॉय ने उच्चतम न्यायालय के समन का आदर नहीं करने के लिए बिना शर्त माफी माँग ली। सुब्रत रॉय को आज करीब दोपहर दो बजे उच्चतम न्यायालय में पेश किया गया। मंगलवार को उत्तर प्रदेश पुलिस सुब्रत रॉय को लखनऊ से दिल्ली लेकर आयी थी। 
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय से गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद 28 फरवरी 2014 को लखनऊ स्थित सुब्रत रॉय के निवास से पुलिस ने हिरासत में लिया था। इसके बाद उन्हें वहां से कुछ दूरी पर एक वन विभाग के गेस्ट हाउस में ठहराया गया था। 26 फरवरी 2014 को उच्चतम न्यायालय ने सुब्रत रॉय के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। उच्चतम न्यायालय ने सहारा समूह की कंपनियों द्वारा निवेशकों से गलत तरीके से पैसे जुटाने के मामले में सुब्रत रॉय को अदालत में पेश होने को कहा था। निवेशकों को 20,000 करोड़ रुपये नहीं लौटाने के मामले में सहारा प्रमुख के खिलाफ यह वारंट जारी किया गया। हालांकि सहारा समूह के तीन अन्य निदेशक (डायरेक्टर) न्यायालय में पेश हुए। उच्चतम न्यायालय ने सुब्रत रॉय सहारा को 4 मार्च तक अदालत में पेश होने का आदेश दिया था। 
गौरतलब है कि साल 2008-09 में सहारा समूह की दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल इस्टेट कॉर्प (Sahara India Real Estate Corp) और सहारा इंडिया हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्प (Sahara India Housing Investment Corp) ने ऑप्शनली फुली कंवर्टिबल डिबेंचर्स (OFCD) के जरिये निवेशकों से पैसे जुटाये थे। (शेयर मंथन, 04 मार्च 2014)