क्रिसिल को 2017 में भारत की जीडीपी (GDP) वृद्धि 7.9% रहने की उम्मीद

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (Crisil) ने वित्त वर्ष 2016-17 में भारत की जीडीपी (GDP) वृद्धि दर 7.9% रहने का अनुमान जताया है। क्रिसिल ने कहा है कि नि:संदेह वर्ष 2016 ने अपशकुन के साथ शुरुआत की है।

उभरते बाजारों में कमजोरी के बढ़ते संकेतों के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक, दोनों ने अपने वैश्विक वृद्धि नजरिये को घटा दिया है और चीन एक बार फिर वैश्विक जोखिम और अस्थिरता के केंद्र के रूप में उभरा है।
क्रिसिल ने कहा है कि भारत के लिए ऐसी स्थिति दो तरह से असरकारी है। एक ओर सुस्त वैश्विक अर्थव्यवस्था के नाते कच्चे तेल और अन्य कमोडिटी कीमतों में गिरावट बनी रहेगी जो भारत की राजकोषीय व्यवस्था को सहारा देगी तो दूसरी ओर वैश्विक माँग में सुस्ती निर्यातकों के लिए दिक्कतें बढ़ायेगी। इसका मतलब यह हुआ कि वित्त वर्ष 2016-17 में वृद्धि की कुँजी देश के भीतर ही मिलेगी यानी घरेलू अर्थव्यवस्था ही वृद्धि की वाहक बनेगी और क्रूड तेल की कम कीमतों का सुखद भाग्य तो हाथ में है ही। ऐसी स्थिति में क्रिसिल को वित्त वर्ष 2017 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 7.9% रहने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 09 फरवरी, 2016)