सरकारी बैंकों ने ब्याज दरों पर किया अहम फैसला

नोटबंदी के बाद बैंकों के पास काफी पैसा आने के संदर्भ में वर्ष 2017 की पूर्व-संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों को जो नसीहत दी, उसका असर सामने आ रहा है।

कुछ प्रमुख सरकारी बैंकों (PSU Bank) ने कर्ज पर ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है। देश के सबसे बड़े व्यावसायिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 1 साल की अवधि के लिए अपने एमसीएलआर को 8.90% से घटा कर 8% कर दिया है। साथ ही 1 महीने, 3 महीने और 6 महीने की अवधियों के लिए भी ब्याज दरों में 0.9% अंक की कमी की गयी है। इसी तरह 2 साल के एमसीएलआर को 9.0% से घटा कर 8.1% और 3 साल के एमसीएलआर को 9.05% से घटा कर 8.15% कर दिया गया है।
बैंकों ने पिछले साल जून से नये ग्राहकों को ऋण देने के लिए बेस रेट के बदले मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) को मानक बनाया है। आरबीआई ने बैंकों और ग्राहकों, दोनों के लिए एक उचित व्यवस्था बनाने के लिहाज से इसे लागू कराया है।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने एमसीएलआर में 0.7% की कमी की है। इसका एमसीएलआर अब 1 साल के लिए 8.45%, 3 साल के लिए 8.60% और 5 साल के लिए 8.75% हो गया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) ने 1 साल का एमसीएलआर घटा कर 8.65% किया है। इसने विभिन्न अवधियों के लिए अपनी इस ब्याज दर में 0.65% से 0.9% तक की कटौती की है। (शेयर मंथन, 02 जनवरी 2017)