मोदी ने अमेरिकी कंपनियों को दिया निवेश का न्यौता, ट्रंप से मुलाकात आज

अपने अमेरिका दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को अमेरिका की दिग्गज कंपनियों के प्रमुखों से बातचीत की और उन्हें भारत में निवेश करने का न्यौता दिया।

इनमें खास कर आईटी क्षेत्र की कई बड़ी हस्तियाँ शामिल थीं। गूगल (Google) के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai), ऐप्पल (Apple) के सीईओ टिम कुक (Tim Cook), अमेजन (Amazon) के सीईओ जेफ बिजोस (Jeff Bezos) और सिस्को (Cisco) के सीईओ जॉन चैंबर्स (John Chambers) इस बैठक में शरीक हुए। अमेरिकी उद्योग घरानों के शीर्ष अधिकारियों की इस बैठक में मोदी ने भारत में एक जुलाई से लागू होने वाले वस्तु एवं सेवा कर या जीएसटी (GST) का विशेष जिक्र किया और कहा कि भारत व्यापार-सुगम देश के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में जीएसटी लागू होना अमेरिका के बिजनेस कॉलेजों में अध्ययन का विषय हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने इन अमेरिकी उद्योग प्रमुखों को जानकारी दी कि व्यापार सुगमता के लिए भारत सरकार ने 7,000 से ज्यादा सुधार किये हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की नीतियों के कारण पिछले तीन वर्षों में भारत ने सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित किया है।
प्रधानमंत्री मोदी 25 जून को 3 देशों के दौरे के दूसरे चरण में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन पहुँचे। वे आज ट्रंप से मुलाकात करेंगे। मोदी और ट्रंप की इस पहली मुलाकात पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई हैं।
इस मुलाकात से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर के प्रधानमंत्री मोदी को अपना ‘सच्चा मित्र’ बताते हुए कहा कि वे उनकी मेंजबानी के लिए काफी उत्सुक हैं और सोमवार को व्हाइट हाऊस में उनसे मुलकात के बाद रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
रविवार को ही प्रधानमंत्री मोदी ने वॉशिंगटन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके तीन साल के कार्य काल में उनकी सरकार पर किसी तरह का कोई दाग नहीं लगा। साथ ही 'सर्जिकल स्ट्राइक' को उन्होंने एक ऐसी घटना बताया, जिससे दुनिया को और आतंकवाद फैलाने वाले देश को भारत की ताकत का अंदाजा लग गया। मोदी ने कहा कि भारत संयम वाला देश है, लेकिन नियमों का पालन करते हुए वह अपनी अखंडता और सुरक्षा के लिए कठोर-से-कठोर कदम उठाने के लिए समर्थ है।
(शेयर मंथन, 26 जून 2017)