कम बुवाई से लंबी अवधि में चना कीमतों में बढ़त संभव- रेलीगेयर

ब्रोकिंग फर्म रेलीगेयर के मुताबिक इस साल चने के बुवाई क्षेत्र में गिरावट की वजह से लंबी अवधि में चने की कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है।

रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल मांग बढ़ने से कीमतों में बढ़त दिखी है लेकिन मध्यम अवधि में चने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर रहेगा। नये अनुमानों के मुताबिक वर्ष 2014-15 में चने का उत्पादन लगभग 82.8 लाख टन रहने का अनुमान है। पिछले साल 95.3 लाख टन चने का उत्पादन हुआ था। वहीं वायदा कारोबार की बात करें तो एनसीडीईएक्स पर चने के अप्रैल वायदा कारोबार पर ब्रोकिंग फर्म ने 3,624 के पहले और 3,594 के दूसरे समर्थन स्तर वहीं 3,700 के पहले बाधा स्तर के साथ 3,730 के दूसरे बाधा स्तर का अनुमान दिया है।

कल चना वायदा 3660 के स्तर पर बंद हुआ था। (शेयर मंथन 25 फरवरी 2015)