जीरे में तेजी, धनिया में मंदी के संकेत - एसएमसी

हल्दी वायदा (जून) की कीमतों के 7,040-7,240 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
हाजिर बाजारों में घरेलू माँग औसत और निर्यात माँग काफी कम देखी जा रही है। जबकि मौजूदा कम कीमतों पर किसानों द्वारा अपना स्टॉक नही बेचे जाने के कारण आवक भी कम हो रही है। इरोद टर्मरिक मर्चेन्ट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेरायटी की कीमतें 5,529-8,509 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेरायटी की कीमतें 5198-7599 रुपये प्रति क्विंटल हैं। वहीं रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी की कीमतें 6,869-8,377 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेरायटी की कीमतें 6,445-7,479 रुपये प्रति क्विंटल हैं।
जीरा वायदा (जून) कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है और कीमतें 16,520-16,600 रुपये तक पहुँच सकती हैं। कारोबारियों को आगामी दिनो में कीमतों में तेजी के रुझान की उम्मीद है, क्योंकि सीरिया में तनाव बढ़ रहा है और अनियमित मौसम के कारण उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है जिससे भारत से वैश्विक निर्यात माँग में बढ़ोतरी हो सकती है। हाजिर बाजारों में नरमी के रुझान पर धनिया वायदा (जून) की कीमतों में 4,450 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है। किसानों द्वारा अपने पुराने स्टॉक की अधिक आवक के कारण बिकवाली का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। कीमतों में गिरावट की आशंका से किसान से अपने स्टॉक की बिकवाली कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त धनिया की घरेलू कीमतों की तुलना में विदेशी बाजारों में कीमतें कम होने से रूस और बुल्गारिया से लगातार आयात के कारण नरमी का सेंटीमेंट बढ़ता जा रहा है। आयातित धनिया की कीमत 3,600-3,800 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम है जो 36.5% आयात शुल्क चुकाने के बावजूद 600-900 रुपये सस्ता है। (शेयर मंथन, 29 मई 2018)