हल्दी में नरमी, जीरे में तेजी का रुझान - एसएमसी

हल्दी वायदा (नवंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 6,525-6,585 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
इरोद में उत्पादन में वृद्धि की संभावना से फंडामेंटल कमजोर हैं। तमिलनाडु कृषि विभाग के अनुसार 2018-19 (जुलाई-जून) में बेहतर बारिश और सिंचाई के अन्य स्त्रोतों की उपलब्धता के कारण इरोद में हल्दी का उत्पादन क्षेत्रों पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 80% बढ़ कर 5,300 रुपये हेक्टेयर हो गया है।
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों में 20,375 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। गोंदल, ऊंझा और राजकोट में जीरे की कीमतों में 20-25 रुपये प्रति 20 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है, जबकि राजस्थान के प्रमुख बाजारों में जीरे की कीमतों में 100 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। आगामी त्योहारों के दौरान माँग में बढ़ोतरी की उम्मीद से किसान अपना स्टॉक बाजारों में ला रहे हैं और इसलिए कारोबारी अधिक कीमतों पर भी जीरे की खरीदारी कर रहे हैं। लेकिन मंडियों में आवक की रफ्तार अभी भी काफी कम है।
इलायची वायदा (नवंबर) की कीमतों के 1,335-1,415 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। कारोबारी सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु के बोदीकयानूर में आवक कम हुई है। मौजूदा सीजन में अभी तक इलायची की कुल आवक 5,836 टन और कुल बिक्री 5,732 टन हुई है। नीलामी केन्द्रों पर इलायची की कीमतें 1191.61 रुपये-1,193.36 रुपये के दायरे में कारोबार कर रही हैं। (शेयर मंथन, 16 अक्टूबर 2018)