सरसों और सीपीओ में नरमी के संकेत - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 3,400-3,455 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

पेराई मिलों की ओर से सोयाबीन की माँग बेहतर है, क्योंकि सोयामील की विदेशी माँग को पूरा करने के लिए मिलें थोक खरीदारी कर रही हैं। घरेलू बाजारों में भी सोयाबीन की माँग काफी अच्छी है। बेहतर मुनाफे की उम्मीद से स्टॉकिस्ट भी खरीदारी कर रहे हैं।
सरसों वायदा (दिसंबर) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 4,155-4,230 रुपये के दायरे में कारोबार कर रही हैं। कृषि मंत्रालय के अनुसार 31 अक्टूबर तक देश भर में 2.78 मिलियन हेक्टेयर में सरसों की बुआई हुई है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 4.8% अधिक है। सबसे अधिक उत्पादक राजस्थान में भी 1.36 मिलियन हेक्टेयर में सरसों की बुआई हुई है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 36.4% अधिक है।
सीपीओ (नवंबर) वायदा में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतें 550-545 रुपये तक लुढ़क सकती है। बढ़ते उत्पादन और कम होते निर्यात के कारण मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में कल 1% की गिरावट हुई है और कीमतें तीन वर्षो के निचले स्तर पर लुढ़क गयी हैं। मलेशियन पॉम ऑयल जनवरी वायदा की कीमतें 0.9% की गिरावट के साथ 2,092 रिंगिट के स्तर पर पहुँच गयी हैं, जो सितंबर 2015 के बाद सबसे निचला स्तर है। (शेयर मंथन, 09 नवंबर 2018)