जीरे में गिरावट की संभावना, धनिया में हो सकती है मुनाफावसूली - एसएमसी

हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,500-6,660 रुपये के दायरे में सीमित दायर में कारोबार करने की संभावना है।

घरेलू माँग के अभाव के कारण हल्दी की कीमतों में गिरावट हुई है। फिंगर वेरायटी की कीमतों में 500 रुपये प्रति क्विंटल की और रूट वेरायटी की कीमतों में 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेन्ट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेरायटी की कीमतें 5,649-7,669 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेरायटी की कीमतें 5,109-7,069 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में कारोबार कर रही हैं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी की कीमतें 6,315-7,489 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेरायटी की कीमतें 5,893-6,899 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में हैं।
जीरा वायदा (जनवरी) की कीमतें साप्ताहिक सहारा स्तर 18,785 रुपये से नीचे टूट गयी हैं और इनमें अब 18,500-18,400 रुपये तक गिरावट दर्ज करने की संभावना है। खरीदार नयी फसल की आवक का इंतजार कर रहे हैं और फिलहाल खरीदारी कम कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त मौजूदा सीजन में जीरे की बुआई जारी है, जो दिसंबर के अंत तक होगी और नयी फसल की आवक फरवरी के अंत में शुरू होगी। गुजरात में जीरे की बुआई पिछड़ रही है, लेकिन गुजरात सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए बांध से पानी उपलब्ध कराये जाने के बाद किसानों को उम्मीद है कि जीरे की बुआई तेज हो जायेगी। कीमतों की प्रत्येक बढ़ोतरी के बाद स्टॉकिस्ट पुराने स्टॉक की बिक्री कर रहे है क्योंकि उन्हे उम्मीद है कि पिछले सीजन की तुलना में इस सीजन में जीरे का उत्पादन अधिक हो सकता है। पूरे देश में लगभग 10-12 लाख बैग जीरे का स्टॉक है।
धनिया वायदा (जनवरी) की कीमतों को 6,795 रुपये के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ सकता है और उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है। इस वर्ष धनिया का उत्पादन कम होने की संभावना है लेकिन कम उत्पादन अनुमान का असर पहले की समाप्त हो गया है। (शेयर मंथन, 12 दिसंबर 2018)