जीरे में नरमी, धनिया में गिरावट के संकेत - एसएमसी

हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों के 6,790-7,000 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

सबसे बड़े उत्पादक तेलंगाना में बुआई क्षेत्रों में बढ़ोतरी होने की खबर है। नवीनतम आँकड़ों के अनुसार मौजूदा सीजन में तेलंगाना में हल्दी की बुआई पिछले वर्ष की समान अवधि के 40,028 हेक्टेयर की तुलना में 41,177 हेक्टेयर में हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेट सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की हल्दी 6,011-8,009 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की हल्दी 5,339-7,309 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही हैं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की हल्दी 6,139-7,676 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की हल्दी 5,989-7,109 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में और इरोद कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में फिंगर वेराइटी की हल्दी 6,959-7,688 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की हल्दी 6,569-7,000 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही हैं।
जीरा वायदा (अगस्त) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 17,550-17,740 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। लेकिन कारोबारियों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि जीरे में काफी अधिक खरीदारी हो चुकी है और इसलिए कीमतों में उच्च स्तर से गिरावट की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में बारिश के कारण जीरे में नमी की मात्रा अधिक होने से खरीदारी कम हो रही है।
धनिया वायदा (अगस्त) की कीमतों में 6,100 रुपये तक गिरावट हो सकती है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों राजस्थान में बारिश के बाद सुस्त माँग की खबरों के कारण हाजिर बाजारों में नरमी के सेंटीमेंट के कारण धनिया की कीमतों में गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 26 जुलाई 2019)