धनिया में नरमी, इलायची में वृद्धि के संकेत - एसएमसी

हल्दी वायदा (सितम्बर) में शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) को 6,770 के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ सकता है।

कम माँग के कारण इरोद में हाजिर कीमतों में गिरावट हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेट सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की हल्दी 5,709-7,109 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की हल्दी 5,299-6,559 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही है। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की हल्दी 6,039-7,049 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की हल्दी 5,973-6,779 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही है।
जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतों को 17580 के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ सकता है और कीमतों में 17,200-17,100 रुपये तक गिरावट हो सकती है। गुजरात के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में अधिक बारिश के कारण मसाले में अधिक नमी की मात्रा के कारण सेंटीमेंट कमजोर हो गया हैं। भले ही गुजरात की उजाड़ भूमि में देर से बारिश हुई है, लेकिन हाल के हफ्तों में राज्य में अच्छी बारिश हुई है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल सर्दियों की फसल अच्छी होगी क्योंकि बारिश वैसी ही है जैसी किसान चाहते थे। मिट्टी की नमी में सुधार होगा और मॉनसून के पुनः अगमन के बाद बांधों में फिर से पानी होगा।
धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों में नरमी का रुझान बना रह सकता है और कीमतों में 5,800-5,700 रुपये तक गिरावट हो सकती है। रूसी, यूक्रेनी और बुल्गेरियाई फसल की कटाई जोर-शोर से होने के कारण सेंटीमेंट पूरी तरह से कमजोर है। इसके अलावा अनुकूल मौसम के कारण रूस के क्रास्नोडार और स्टावरोपोल के दक्षिणी क्षेत्रों में उत्पादन अधिक होने की उम्मीद है।
इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि इलायची वायदा (अगस्त) की कीमतें 3,800-3,850 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। कम भंडार, कम बारिश, कम उत्पादन और खाना पकाने में मसाले के बढ़ते उपयोग के कारण इलायची की कीमतों को मदद मिल सकती हैं। (शेयर मंथन, 07 अगस्त 2019)