जीरे और इलायची में हो सकती है गिरावट - एसएमसी

हल्दी वायदा (सितंबर) की कीमतों के 6,630-6,800 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

इरोद में हल्दी की आवक और हाजिर कीमतों में स्थिरता है। इरोद टर्मरिक मर्चेट सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की हल्दी 5,699-7,332 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की हल्दी 5,399-6,809 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही हैं। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की हल्दी 5,805-7,309 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की हल्दी 5,220-6,714 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही हैं।
जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतें यदि 17,100 रुपये से नीचे टूटती है तो कीमतों में 17,000-16,900 रुपये तक गिरावट हो सकती है। गुजरात के प्रमख उत्पादक क्षेत्रों में अधिक बारिश के कारण मसाले में अधिक नमी की मात्रा के कारण सेंटीमेंट कमजोर हो गया हैं। भले ही गुजरात की उजाड़ भूमि में देर से बारिश हुई है, लेकिन हाल के हफ्तों में राज्य में अच्छी बारिश हुई है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल सर्दियों की फसल अच्छी होगी क्योंकि बारिश वैसी ही है जैसी किसान चाहते थे। मिट्टी की नमी में सुधार होगा और मानसून के पुनः अगमन के बाद बांधो में फिर से पानी होगा।
धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों के 5,990-6,100 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। रूसी, यूक्रेनी और बुल्गारियाई फसल की कटाई जोर-शोर से होने के कारण सेंटीमेंट पूरी तरह से कमजोर है। इसके अलावा अनुकूल मौसम के कारण रूस के क्रास्नोडार और स्टावरोपोल के दक्षिणी क्षेत्रों में उत्पादन अधिक होने की उम्मीद है।
इलायची वायदा (अगस्त) में मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों में 3,350 रुपये तक गिरावट हो सकती है। केरल में भारी बारिश के बाद इलायची की फलों के विकास में तेजी आने की संभावना है। भारी बारिश और आवक में बढ़ोतरी के कारण नीलामी केन्द्रों पर छोटी इलायची की कीमतों में 600 रुपये किलोग्राम की गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 09 अगस्त 2019)