हल्दी में हो सकती है गिरावट, धनिया के लिए अड़चन - एसएमसी

हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 5,700-5,600 रुपये तक गिरावट हो सकती हैं।

बाजारों में बिक्री के लिए केवल खराब गुणवत्ता वाली हल्दी की आवक हुई है। फिंगर वेराइटी की कीमतों में 550 रुपये क्विंटल की गिरावट हुई है। रेगुलेटेड मार्केट समिति में फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,669-6,889 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,189-6,329 रुपये के दायरे में बिक रही हैं। इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,569-7,169 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,308-6,659 रुपये के दायरे में बिक रही हैं।
जीरा वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 17,075-17,235 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। आवक में तेजी के कारण गुजरात के बेंचमार्क ऊंझा बाजार में कीमतों में गिरावट हो रही है। ऊंझा में जीरा 16,600 रुपये प्रति 100 किलोग्राम पर बेचा जा रहा है, जबकि आवक दैनिक औसत मात्रा से दोगुना 30,000 बैग होने का अनुमान है।
धनिया वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 5,925 रुपये के स्तर के पास अड़चन का सामना करना पड़ सकता है और नरमी के रुझान के साथ कारोबार हो सकता है। हाजिर बाजार में माँग कमजोर है और बेहतर मॉनसून के कारण 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) में अधिक उत्पादन क्षेत्रों का अनुमान है।
इलायची वायदा (नवंबर) की कीमतों 2,890-2,850 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। त्योहारी सीजन की माँग और आपूर्ति कम होने के कारण सेंटीमेंट काफी बेहतर है। यह इलायची का व्यस्ततम सीजन है। सामान्य तौर पर बिक्री के लिए कम से कम 150 टन इलायची बाजार में आना चाहिए, लेकिन केवल आधी मात्रा ही आ रही है। (शेयर मंथन, 11 अक्टूबर 2019)