धनिया में तेजी का रुझान, जीरा में गिरावट के संकेत - एसएमसी

हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों के 5,700-58,00 रुपये के दायरे में स्थिर कारोबार करने की संभावना आवक में कमी के कारण इरोड के बाजारों में हल्दी की हाजिर कीमतों ने बढ़ोतरी हुई है।

बुधवार की तुलना में गुरूवार को गोबिचेट्टीपलायम एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में हल्दी के कुछ बैग की बिक्री अधिक कीमतों पर हुई। गोबिचेट्टीपलायम कृषि सहकारी विपणन सोसाइटी में, फिंगर वेराइटी की हल्दी 5,399-6,739 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,920-5,989 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बेची गयी। इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की हल्दी 5,222-6,455 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,829-5,611 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बेची गयी।
हाजिर बाजारों से कोई रुझान नहीं मिलने के कारण जीरा वायदा (अगस्त) की कीमतें 13,900-13,800 रुपये तक गिरावट दर्ज कर सकती है। यह खबरें है कि गुजरात का बेंचमार्क ऊंझा बाजार कोविड-19 की आशंका और परिसर में कोरोना से संक्रमित मामलों को लेकर 1 से 16 अगस्त तक बंद रहेगा।
धनिया वायदा (अगस्त) की कीमतें छह महीने के उच्च स्तर पर कारोबार कर रही है और कीमतों को 6,300-6,250 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं और कीमतों की गिरावट पर रोक लग सकती है। आवक में गिरावट के बीच घरेलू स्टॉकिस्टों की ओर से मजबूत माँग से हाजिर बाजारों में कीमतों में तेजी है। राजस्थान के एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र रामगंज में, बादामी किस्म की धनिया 6,600 रुपये प्रति 100 किलोग्राम और ईगल किस्म की 7,000 रुपये में बेची गयी।
इलायची वायदा (अगस्त) की कीमतें रिकवरी दर्ज कर रही है और यह 1,570-1,590 रुपये के स्तर तक जारी रहेगी। इलायची के कुछ बागानों में शुरुआती दौर की फसल कटाई शुरु हो चुकी है और किसान गर्मियों की अच्छी बारिश और अनुकूल जलवायु के बदौलत अच्छी पैदावार की उम्मीद कर रहे हैं। सउदी अरब को निर्यात पिफर से शुरु होने से और लगातार माँग के कारण उम्मीद बढ़ गयी है। (शेयर मंथन, 31 जुलाई 2020)