धनिया, जीरा में तेजी का रुझान, हल्दी में उच्च स्तर पर गिरावट के संकेत - एसएमसी

हल्दी वायदा (सितम्बर) की कीमतों में उच्च स्तर से 6,050 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।

इरोड के बाजारों में हल्दी की कीमतें स्थिर रहीं हैं लेकिन बिक्री में गिरावट दर्ज की गयी। केवल 40 फीसदी बिक्री की खबर है। बिक्री के लिए 2,307 बैग हल्दी की आवक हुई है। बिक्री में गिरावट खराब गुणवत्ता वाली हल्दी की आवक के कारण हुई है। खरीदार बहुत सतर्क हैं क्योंकि वे अगले महीने शुरू होने वाले नये सीजन की प्रतीक्षा कर रहे है। इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन की बिक्री यार्ड में, फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतों 5,011-6,089 प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,,829-5,519 रुपये के दायरे में रही। इरोड कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में, फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतों 5,269-5,759 प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,939-5,521रुपये के दायरे में रही।
जीरा वायदा (सितम्बर) की कीमतें 14,600-14,700 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। गुजरात के ऊंझा मंडी में कम आवक के कारण हाजिर कीमतों में 20-25 रुपये प्रति 20 किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है। हाजिर बाजारों में रफ जीरा की कीमतों 1,945-2,220 रुपये और एनसीडीईएक्स किस्म की कीमतों 2,330-2,515 रुपये प्रति 20 किलोग्राम रही है।
धनिया वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 6,850-6,900 रुपये के स्तर तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है और कीमतों बढ़ने के लिए अपना रास्ता बना रही है। गुजरात के राजकोट मंडी में कम आवक और अधिक माँग के कारण हाजिर कीमतों में 20-25 रुपये प्रति 20 किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है। वर्तमान में, मंडियों में काफी कम आवक हो रही है जबकि अधिकांश खरीदार सबसे अच्छी गुणवत्ता की खरीदारी करना चाह रहे हैं। राजस्थान के कोटा मंडी में 800 बैग धनिया की आवक हुई है जबकि ईगल किस्म का भाव 5,600-5,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गया और बादामी का भाव 5,400-5,700 रुपये प्रति क्विंटल रहा। राजस्थान की रामगंज और बरान मंडी बंद रही। (शेयर मंथन, 26 अगस्त 2020)