जीरा और धनिया की कीमतों में मंदी के संकेत - एसएमसी

हल्दी वायदा की कीमतों के 5,900-5,980 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।

कल हाजिर बाजारों में आवक कम होने के बावजूद हल्दी की कीमतें स्थिर रही है। व्यापारी नमूनों का निरीक्षण करने के बाद बढ़ी हुई कीमत के बिना अपनी आवश्यकता के लिए सीमित स्टॉक खरीद रहे हैं। मध्यम गुणवत्ता वाली हल्दी के केवल 1,981 बैग की ही आवक हुई और इसमें से 80 प्रतिशत बिक्री हुई है। व्यापारियों को अगले सप्ताह तक नयी माँग की उम्मीद है, और फिर वे हल्दी की गुणवत्ता के आधर पर बढ़ी हुई कीमत पर अधिक बैग खरीद सकते हैं। इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन की बिक्री यार्ड में, फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतों 5,199-6,299 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,,791-5,724 रुपये के दायरे में रही।
जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 14,000-14,200 के दायरे में कारोबार कर सकती है। कारोबारियों के अनुसार, हाजिर बाजारों में माँग काफी कमजोर है और स्टॉकिस्ट फिलहाल बाजार से बाहर हैं। मसाला निर्माताओं और निर्यातकों द्वारा सीमित खरीदारी हो रही है। गुजरात के ऊंझा मंडी में सुस्त माँग के कारण हाजिर जीरा की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी, जबकि राजकोट में कीमतें लगातार तीसरे कारोबारी सत्रा में कम हो गयी। इस बीच राजकोट मंडी में लगभग 1,500 बैग की आवक हुई है और कीमतों में 10 रुपये प्रति 20 किलोग्राम की गिरावट हुई है। इस हफ्ते कीमतें 50 रुपये प्रति 20 किलोग्राम तक गिर गयी।
धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 6,800-6,900 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। राजकोट मंडी में कीमतों में 10 रुपये प्रति 20 किलोग्राम की गिरावट हुई है। राजस्थान के रामगंज मंडी में धनिया की 14,000 बोरियों की आवक दर्ज की गयी। बादामी किस्म का भाव 5,800-6,000 रुपये और ईगल की किस्म 6,000-6,100 रुपये प्रति क्विंटल रही। (शेयर मंथन, 04 सितंबर 2020)