हल्दी में गिरावट और धनिया में मंदी के संकेत - एसएमसी

हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 5,650-5,600 रुपये तक गिरावट जारी रहने की संभावना हैं।

हाजिर बाजारों में आवक बढ़कर 3,000 बैग हो गयी है जबकि ब्रिकी हमेशा की तरह कुल आवक का केवल 60% ही हुई है मध्यम क्वलिटी की आवक के कारण खरीदारों ने कम कीमत लगायी है। इरोड हल्दी मर्चेट्स एसोसिएशन की ब्रिकी यार्ड फिंगर वेराइटी की कीमतें 5,229-6,225 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतें 4,811-5,629 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रही है। कुल 1,988 बैग की आवक में से केवल 677 बैग की ब्रिकी हुई। इरोड कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में फिंगर वेराइटी की कीमतें 4,999-5,859 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतें 4,796-5,693 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रही है।
जीरा वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 13,500-13,700 रुपये के दायरे में सीमित रहने की संभावना है। देश के प्रमुखा हाजिर बाजारों में जीरा की कीमतों में कल स्थिरता रही। ऊँझा में लगभग 12,000 बैग की आवक दर्ज की गयी जबकि ऊँझा मंडी में रफ जीरा और उत्तम क्वालिटी की कीमतें क्रमश: 2,115-2,215 रुपये और 2,465-2,515 रुपये प्रति 20 किलोग्राम पर स्थिर रही हैं। एनसीडीईएक्स गुणवत्ता वाली जीरे की कीमत 2,315-2,365 रुपये प्रति 20 किलोग्राम और बॉम्बे बोल्ड की कीमत 2,615-2,665 रुपये प्रति 20 किलोग्राम थी।
धनिया की कीमतें राजस्थान की मंडियों में गुरूवार को कम हुई है जबकि राजकोट और गोंडल मंडियों में स्थिर रही। लेकिन 24 सितंबर से शुरू होने वाली 5,800-6,000 रुपये और 5,600-5,700 रुपये प्रति क्विंटल थी (शेयर मंथन, 25 सितंबर 2020)