धनिया में सुस्ती, जीरे में मजबूती की संभावना - एसएमसी

हाजिर बाजारों में स्थिरता के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 5,990 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है जबकि कीमतों की गिरावट पर रोगक लगी रह सकती है।

बसमतनगर में मंडी में गाथा वेराइटी की हल्दी की कीमतों में 300 रुपये की बढ़ोतरी हुई है लेकिन अन्य वेराइटी की कीमतों में कोई बदलाव नही हुआ है। दक्षिण भारतीय मंडियों में से अधिकांश पोंगल के कारण बंद हैं। बसमतनगर में पिछले सत्र के 2,250 बैग की तुलना में 2,500 बैग की आवक के बीच फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतें अपरिवर्तित थी। 2,000 बैग के स्थिर आवक के बीच सांगली मंडी में कीमतें अपरिवर्तित रही। वारंगल में हल्दी की कीमतें 100 बैग की आवक के बीच अपरिवर्तित रही। नांदेड़ में 600 बैग की आवक के बीच फिंगर और गाथा किस्मों की कीमतें अपरिवर्तित रही।
जीरा वायदा (मार्च) की कीमतें 13,000-13,300 रुपये के दायरे में मजबूत हो सकती है। पिछले सत्र में ऊंझा बाजार में जीरे की कीमतों में 20 रुपये प्रति 20 किलोग्राम बढ़ोतरी के बाद कीमतें स्थिर रही है। लगातार आवक के बीच राजकोट में कीमतें लगातार आठवें दिन स्थिर बनी हुई हैं। ऊंझा मंडी में 6,500 बैग की आवक देखी गयी। रफ वेराइटी के जीरे की कीमतें 2,100-2,170 प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में रही जबकि एनसीडीईएक्स वेराइटी की कीमतें 2,220-2,320 रुपये प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में रही। बॉम्बे बोल्ड की कीमतें 2,420-2,570 रुपये प्रति 20 किलोग्राम और सर्वोत्तम गुणवत्ता की कीमतें 2,420-2,470 रुपये के दायरे में रही।
धनिया वायदा (अप्रैल) की कीमतें नरमी के रुझान के साथ संभवतः 6,000-6,150 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। मंडियों में ठंडी धनिया की आवक में बढ़ोतरी देखी जा रही है, यहाँ तक कि स्थानीय मिलों की ओर से माँग भी मुश्किल से ही देखी जा रही है। कमजोर माँग के कारण हाजिर कीमतों में गिरावट हुई है जबकि राजस्थान के रामगंज और कोटा मंडी में धनिया की कीमतों में 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है। सुबह के सत्र में ईगल और बादामी किस्मों की कीमतों में 30 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई। उच्च ग्रेड धनिया की सुस्त आवक हुई जबकि रामगंज मंडी में कमजोर गुणवत्ता वाली धनिया की कीमतें कम रही। (शेयर मंथन, 15 जनवरी 2021)