धनिया और जीरे की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी

हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतें कल 2 महीने के उच्च स्तर पर बंद हुई और अभी भी 7,830 रुपये के स्तर तक कारोबार करने की उम्मीद है।

इसके फिर से ऊपर जाने से पहले 7,600 रुपये के स्तर तक कुछ सुधार की उम्मीद है। हाजिर बाजार में घरेलू व्यापारियों की ओर से माँग में बढ़ोतरी हो रही है। केसमुद्रम, वारंगल और नांदेड़ के हाजिर बाजारों में हल्दी की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी। हल्दी की बुवाई वाले क्षेत्रों में लगातार बारिश हुई और अगले सीजन के लिए फसल की संभावनायें उज्ज्वल होने की उम्मीद है।
जीरा वायदा (अगस्त) की कीमतों में कल लगातार दूसरे दिन तेजी देखी गयी। कीमतों को 13,500 रुपये पर तत्काल प्रतिरोध है जिसे पार करने के बाद ही कीमतें 13,800 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है जबकि कीमतों को 13,380 रुपये के स्तर पर अहम सहारा है। प्रमुख मंडियों, ऊँझा और राजकोट में कल जीरा की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी। ऊँझा और राजकोट के हाजिर बाजारों में सभी किस्मों के भाव में 15 रुपये प्रति 20 किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई गुजरात में जीरा के बेंचमार्क बाजार ऊँझा में, आवक बुधवार के 9,000 बैग की तुलना में कल 8,000 बैग (1 बैग=55 किलोग्राम) आंकी गयी। एक्सचेंज-क्वालिटी के जीरा की कीमतें बुधवार से 100 रुपये बढ़कर 13,600 रुपये प्रति 100 किलोग्राम पर रही।
धनिया वायदा (अगस्त) की कीमतों में कल लगातार दूसरे सत्र में तेजी के साथ 7,474 रुपये के स्तर तक बढ़ोतरी हुई। 7,600 रुपये के स्तर की ओर बढ़त दर्ज करने से पहले कीमतें 7,300 रुपये के स्तर तक गिरावट दर्ज की जा सकती हैं। हाजिर बाजार में कोटा मंडी में धनिया की कीमतों में करीब 4 फीसदी का इजाफा हुआ है। कम आवक के कारण कीमतें बढ़ सकती हैं क्योंकि उत्पादक क्षेत्रों में बारिश ने आपूर्ति को प्रभावित किया है और माँग बढ़ रही है क्योंकि स्टॉकिस्ट अब आने वाले हफ्तों में अच्छी त्योहारी माँग की उम्मीद में अपने स्टॉक को भरने के लिए सक्रिय हैं। (शेयर मंथन, 06 अगस्त 2021)