हल्दी में गिरावट, धनिया को 7,800-8,300 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना - एसएमसी

उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण हल्दी वायदा (सितंबर) कीमतों में कल गिरावट हुई है। कीमतों में अभी भी नरमी का रुझान है। कीमतों में 8,100 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 7,600 रुपये तक गिरावट हो सकती है।

सभी दक्षिणी राज्यों और महाराष्ट्र में हल्दी की पफसल अच्छी स्थिति में है, इसलिए अगले सीजन में बहुत अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। लेकिन इसके औषधीय और प्रतिरक्षा संबंधी अन्य लाभों के कारण दुनिय भर में हल्दी की माँग बढ़ गयी है। 2021 के पहले 5 महीनों में
हल्दी का निर्यात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 10% बढ़कर 64,000 टन हुआ है। मुनाफा वसूली के कारण जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतों में कल गिरावट हुई है। कीमतों के 14,250-14,600 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। गुजरात क्षेत्र में मंगलवार को सामान्य बारिश हुई और सितंबर में पश्चिमी क्षेत्र में अच्छी बारिश का अनुमान है जिससे गुजरात और राजस्थान में जीरा की बुवाई को समर्थन मिलेगा। वाणिज्य विभाग के आँकड़ों के अनुसार 2021 में जनवरी-जून के दौरान देश ने पिछले साल की समान अवधि समय के 90,000 टन की तुलना में 1.20 लाख टन से अधिक जीरा निर्यात किया है।
मुनाफा वसूली के कारण धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों में कल गिरावट हुई है। अब कीमतों के 7,800-8,300 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। शुरुआती तेजी के बाद धनिया की कीमतों में राजस्थान की जयपुर और रामगंज मंडी में भी गिरावट हुई। पिछले 15 दिनों में धनिया के भाव 7,000-8,500 रुपये तक बढ़ गये है और अब खरीदार बड़ी खरीदारी से परहेज कर रहे हैं। स्टॉकिस्टों की दिलचस्पी और मसाला मिलों द्वारा नियमित खरीद के कारण पिछले सप्ताह हाजिर बाजार में कीमतों में कापफी वृद्धि हुई है और आगामी दिनों में कम बारिश के कारण बाजार को कम उत्पादन की उम्मीद है। निर्यात माँग बढ़ने से भी कीमतों में तेजी आ रही है। (शेयर मंथन, 02 सितम्बर 2021)