सीपीआई आँकड़ों और डॉलर से होगी सर्राफा की दिशा तय

सर्राफा की कीमतों में अस्थिरता रह सकती है। विश्व स्तर पर जोखिम की भावना के साथ अमेरिकी सीपीआई के आँकड़ों और डॉलर के कारोबार से कीमतों को दिशा मिल सकती है।

अमेरिका में कर सुधार योजनाओं को लेकर अनिश्चिता , मध्य- पूर्व के राजनीतिक संकट और अमेरिकी तथा उत्तर कोरिया के बीच तनाव के कारण कीमतों में अस्थिरता बढ़ी है। रुपया 64.20-65.40 के दायरे में कारोबार कर सकता है। कोमेक्स में सोने की कीमतों को 1,290 डॉलर और एमसीएक्स में 29,700 रुपये के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ सकता है। जबकि कोमेक्स में 1,265 डॉलर पर और एमसीएक्स में 29,350 रुपये के स्तर पर सपोर्ट रह सकता है। कोमेक्स में चांदी की कीमतों को 1,720 डॉलर पर और एमसीएक्स में 40,000 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस रह सकता है जबकि कोमेक्स में 16.60 डॉलर पर सपोर्ट और एमसीएक्स में 38,800 रुपये के स्तर पर सपोर्ट रह सकता है। अमेरिकी सिनेट ने पिछले हफ्ते अमेरिकी कर सुधारों को लेकर एक नया प्रस्ताव पेश किया है। और कॉरपोरेट टैक्स को 2019 तक लागू करने का प्रस्ताव किया है। 2017 की तीसरी तिमही में भारत में सोने की कुल माँग वर्ष–दर-वर्ष 24% कम होकर 146 टन रह गयी है, क्योंकि हाल ही लागू जीएसटी और आभूषण के खुदरा कारोबार को मनी लॉन्डिरग एक्ट के दायरे में लाये जाने के कारण सोने की खरीदारी कम हुई। नवीनतम आँकडों के अनुसार भारत में सोने के ईटीएफ में निवेश कम होने से कुल होल्डिंग 144.3 टन से होकर कम 19 टन रह गई है। हाल ही में सऊदी अरब के राजकुमार की गिरफ्तारी तथा ईरान और सऊदी अरब के बीच जबानी जंग के कारण मध्य-पूर्व में राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ी है। (शेयर मंथन, 13 नवंबर 2017)