सीमित दायरे में रह सकती हैं सर्राफा की कीमतें - एसएमसी

सर्राफा की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
चीन द्वारा अमेरिका के साथ व्यापार के जारी रहने के कारण सर्राफा की कीमतों पर दबाव रह सकता है। बाजार की नजर इस हफ्ते फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक पर भी है। अमेरिका द्वारा हाल ही में चीन के 200 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर टैरिफ लगाये जाने के जवाब में चीन द्वारा 60 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर शुल्क लगा दिया है।
सोना की कीमतों को 30,900 रुपये के नजदीक बाधा और 30,600 रुपये के करीब सहारा और चाँदी की कीमतों को 38,000 रुपये के नजदीक बाधा और 37,500 के नजदीक सहारा रह सकता है। अमेरिकी सेंट्रल बैंक द्वारा बेंचमार्क ब्याज दरों में बढ़ोतरी किये जाने की संभावना है। अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने से डॉलर मजबूत होता है और सोने की कीमतों पर दबाव पड़ता है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार विवाद गहाराने का असर वैश्विक वृद्धि के कमजोर होने की आशंका है। यद्यपि सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन अमेरिका और चीन के बीच व्यापार विवाद के बीच निवेशकों ने सोने की खरीदारी के बजाय डॉलर की खरीदारी की है, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि इस विवाद में अमेरिका को कम नुकसान होने की संभावना है। (शेयर मंथन, 25 सितंबर 2018)