सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

अमेरिकी मैनुफक्चरिंग के जोरदार आँकड़ों के बाद आर्थिक रिकवरी में तेजी आने की उम्मीद से डॉलर के मजबूत होने से सुरक्षित निवेश के लिए माँग में कमी आने के कारण सर्राफा की कीमतों में गिरावट हुई है।
फिर भी व्यापक तस्वीर अभी भी सोने के पक्ष में है, क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों द्वारा लंबी अवधि तक लचीलापन बनाये रखने की संभावना है। अमेरिकी आँकड़ों के अनुसार अगस्त में मैनुफक्चरिंग गतिविधियों के दो साल के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद डॉलर इंडेक्स में दो साल के निचले स्तर से उछाल दर्ज किया गया। मैनुफक्चरिंग गतिविधियों में तेजी के कारण निवेशकों की ओर से जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों की माँग को भी बढ़ावा दिया, सुरक्षित निवेश के लिए बुलियन की माँग कम हो गयी। लेकिन उम्मीद है कि फेड की नयी मौद्रिक नीति के तहत अमेरिकी ब्याज दरें लंबे समय तक कम रहेंगी, जो बुलियन की कीमतों का मदद करेगी। फेड गवर्नर लेल ब्रेनार्ड ने कहा कि रोजगार में जोरदार वृद्धि और उच्च मुद्रास्फीति के अपने नये वादे को पूरा करने के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक की ओर से और अधिक स्टीमुलस की आवश्यकता होगी।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने पिछले सप्ताह एक औसत मुद्रास्फीति लक्ष्य नीति की घोषणा की, जो भविष्य में मुद्रास्फीति में थोड़ी वृद्धि होने पर भी दरों को कम रहने की अनुमति देगा। फिर भी कमजोर अर्थव्यवस्था और कम ब्याज दरों जैसे अन्य बेहतर फंडामेंटल के अलावा, ऑस्ट्रेलियाई और अमेरिकी टकसाल सोने के सिक्कों की बहुत अधिक माँग की खबर दी है जिससे लंबे समय में सोने की कीमतें 2,000 डॉलर से अधिक हो सकती है। इस हफ्ते सोने की कीमतें 48,200-52,600 रुपये के दायरे में और चांदी की कीमतें 60,200-70,400 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,850-1,990 डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 23.00-29.60 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 07 सितंबर 2020)