सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

सर्राफा की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है।
यूरोप और अमेरिका में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बारे में चिंताओं के कारण डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमतों में गिरावट हो सकती है। लेकिन नये सिरे से अधिक अमेरिकी स्टीमुलस उपायों के कारण गिरावट सीमित रह सकती है। फेड अधिकारियों ने अपनी कम ब्याज दर नीति को तबतक जारी रखने की पुष्टि की है जब तक कि श्रम बाजार ठीक नहीं होता या मुद्रास्फीति 2% तक बढ़ नहीं जाती है। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल और ट्रेजरी सचिव स्टीवन मेनुचिन ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस का 380 बिलियन डॉलर के आखिरी बड़े कोरोना वायरस सहायता पैकेज का उपयोग नहीं किया गया है। यदि नीति निर्माताओं ने मंजूरी दी होती तो घरों और व्यवसायों को मदद मिल सकती है। वैश्विक केंद्रीय बैंकों ने महामारी से होने वाली आर्थिक क्षति का मुकाबला करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन और ब्याज दरों को शून्य तक कम किया दिया है, जिससे इस साल सोने की कीमतों में 20% से अधिक की बढ़त दर्ज की गयी है। बेरोजगारी लाभों के लिए नये दावे दाखिल करने वाले अमेरिकियों की संख्या में पिछले सप्ताह अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई, जिससे पता चलता है कि आर्थिक सुधरों की गति पटरी से उतर गयी है। अगस्त में हांगकांग के जरिये चीन के मासिक शुद्ध सोने के आयात में कमी आयी।
चीन के शंघाई गोल्ड एक्सचेंज ने कहा कि निवेशकों को आकस्मिक योजनाओं के जोखिम को लेकर तैयार करना चाहिये, जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ानी चाहिये, और लंबी राष्ट्रीय छुट्टियों से पहले सोने एवं चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर तर्क संगत रूप से निवेश करना चाहिये। यह देखते हुये कि कोरोना वायरस की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है और ब्याज दरें कम हैं, लंबी अवधि में सोने की कीमतों में अभी भी तेजी है। इस हफ्ते सोने की कीमतें 47,700-51,500 रुपये के दायरे में और चांदी की कीमतें 55,000-62,000 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,820-1,980 डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 21.80-24.40 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 28 सितंबर 2020)