डॉलर में कमजोरी के बाद सर्राफा में मुनाफा वसूली की संभावना - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

सर्राफा काउंटर ने 2010 के बाद से सबसे अधिक बढ़त दर्ज की है, यहाँ तक कि अमेरिका में प्रोत्साहन चेक और इक्विटी बाजारों में जोरदार तेजी से कम कारोबार के कारण सर्राफा पर दबाव भी पड़ा।
2020 में चांदी की कीमतों में 48% की वृद्धि हुई जो 2010 के बाद से सबसे अच्छा साल रहा है। निकट अवधि में अमेरिकी वित्तीय स्टीमुलस के अंतिम स्वरूप के साथ सोने का आउटलुक निर्भर करेगा। पहली तिमाही में डॉलर काफी कमजोर रहने की संभावना है, जिससे सोने की कीमतों को मदद मिलती रह सकती है। अमेरिकी सीनेट में बहुमत के नेता रिपब्लिकन दल के मिच मैककोनेल ने अमेरिका वासियों के लिए राहत चेक बढ़ाने के बिल पर त्वरित मतदान करने से मना कर दिया। पिछले साल महामारी के प्रभाव से ग्रस्त अर्थव्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए अभूतपूर्व स्टीमुलस उपायों और कम ब्याज दरों ने सोने को लाभान्वित किया है, क्योंकि इसे मुद्रास्फीति के मुकाबले इसे हेज के रूप में देखा जाता है। यद्यपि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन के कारण भौतिक सोने की माँग कम हुई है लेकिन निवेश माँग में भारी बढ़ोतरी हुई है। दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग में 2009 के बाद से लगभग 30% की सबसे अधिक वृद्धि हुई है। भारी सरकारी कर्ज, बांडों पर नकारात्मक यील्ड और मुद्रास्फीति और बाजार की हलचलों के जोखिम के कारण 2021 में सोने की कीमतों को मदद मिलती रह रहेगी।
डॉलर इंडेक्स दो साल के निचले स्तर पर पहुँच गया है, जिससे अन्य मुद्रा धारकों के लिए सोना सस्ता हो गया। वैक्सीन देने के अभियानों के बावजूद 2021 में ब्रिटेन में व्यापक कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण यूरोपीय शेयरों बाजारों में तेजी से सुधार की उम्मीद कम हो गयी। इस सप्ताह में, एमसीएक्स में सोने की कीमतें 49,400-50,900 रुपये के दायरे में और चांदी की कीमतें 65,600-69,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,850-1,930 डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 24.20-27.50 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 04 जनवरी 2021)