सर्राफा बाजार में गिरावट की संभावना  - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा डॉलर और बॉन्ड की बढ़ती यील्ड के बारे में अपने दृष्टिकोण से निवेशकों को निराश करने के कारण से सोने की कीमतें लगातार तीसरी साप्ताहिक गिरावट की ओर बढ़ गयी।
पॉवेल ने क्रेडिट को लचीला रखने की अपनी प्रतिज्ञा को दोहराया और लेकिन कहा कि यील्ड में वृद्धि ‘उल्लेखनीय’ है। फिर भी उन्होंने इसे गड़बड़ी वाला कदम नहीं माना। जाहिर तौर पर पॉवेल का रूख पर पूरी तरह से स्पष्ट था जो बाजारों के लिए पर्याप्त नहीं था और कुछ मायनों में, उन्होने बढ़ती हुई अमेरिकी बांड यील्ड को लगभग हरी झंडी दे दी। अमेरिकी 10-वर्षीय यील्ड 1.5% से अधिक है, जबकि डॉलर तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गया है। अधिक यील्ड गैर-ब्याज वाले सर्राफा को रखने की अवसर लागत को बढ़ाती है। बाजार भी इस बात को ध्यान में रखना शुरू कर रहे हैं कि टीकों में तेजी आने के साथ, एक और अमेरिकी राजकोषीय पैकेज और बढ़ती मुद्रास्फीति की संभावना से फेड शायद जितनी जल्दी हो सके नीतिगत सख्ती लाने पर विचार करें। डब्ल्यूजीसी के अनुसार फरवरी में ईटीएफ द्वारा रखे गये सोने की होल्डिंग 84.7 टन, जिसकी कीमत 4.6 बिलियन डॉलर है, कम हो गयी।
 
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग मई के बाद सबसे कम हो गयी। चांदी की कीमतें 25.21 डॉलर प्रति औसतन तक गिर गयी और सप्ताह में 5% की गिरावट हुई है जो नवंबर के अंत के बाद से इसकी सबसे खराब स्थिति है। टेक्निकल स्तर पर, सोने की कीमतें नरमी के रुझान के साथ कारोबार कर सकती है, जहाँ अल्पावधि कीमतों केा 43,770 रुपये के पास सहारा है और इस स्तर से नीचे नीचे जाने पर कीमतें 42,200 रुपये तक गिरावट दर्ज कर सकती है, जबकि अल्पावधि रेजिस्टेंस 45,800 रुपये के पास है। इस सप्ताह, हम कीमतों में भारी अस्थिरता देख सकते हैं और सोने की कीमतें 42,200-45,800 रुपये दायरे में और चांदी की कीमतें 62,000-67,180 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,630-1,720 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है और चांदी की कीमतें 23.60-26.90 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 08 मार्च 2021)