सर्राफा की कीमतों में उछाल - एसएमसी मासिक रिपोर्ट

सितंबर 2021 के बाद से जनवरी में सबसे खराब मासिक प्रदर्शन के बाद, फरवरी के अंतिम सप्ताह में सर्राफा की कीमतों में उछाल आया और सभी एक्सचेंजों में लगभग 6% की बढ़त के साथ बंद हुई।

रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष से सोने की सुरक्षित निवेश के रूप में माँग बढ़ी। निवेशकों ने वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति और विकास के मुकाबले मास्को के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधें के प्रभाव को अधिक ध्यान दिया। अनाज, ऊर्जा और धातुओं की आपूर्ति में व्यवधन से कीमतों में ऐसे समय बढ़ोतरी हुई है, जब फेडरल रिजर्व ब्याज दरें बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। विश्लेषकों को डर था कि मुद्रास्फीति के दबाव से विकास की संभावनाएं खतरे में पड़ सकती हैं और नीति निर्माताओं के लिए एक चुनौती पेश कर सकती हैं, जिससे निवेशक हेज के लिए सर्राफा की खरीदारी कर सकते है। इसके अलावा, डॉलर में मजबूती के बावजूद अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट से सोने को फायदा हुआ।

आउटलुक
मार्च में, यह ऐतिहासिक समय है जब हमने सोने में उच्च जोखिम प्रीमियम देखा है। अब हमें युद्ध की स्थिति पर करीब से नजर रखनी होगी। अगर युद्ध बढ़त है तो और प्रतिबंध अधिक सख्त होते जायेंगें। इससे अंततः जोखिम वाली संपत्तियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और यदि इक्विटी में गिरावट जारी रहती है तो सोने को लाभ मिलेगा और इसके विपरीत इक्विटी में बढ़ोतरी होती है तो सोने की कीमतों में गिरावट होगी। अगर यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता होती है तो सोने में युद्ध प्रीमियम में तेजी से कमी आयेगी और हमें तेज गिरावट देखने को मिल सकती है। इसलिए हमें युद्ध के विकास पर नजर रखनी चाहिये। इसके अलावा, मार्च के महीने में, फेड द्वारा ब्याज दर में कम से कम 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की उम्मीद है। इससे कीमतों तेज उठापटक देखने को मिलेगा। रूस सोने में आक्रामक खरीदारी का आग्रह कर रहा है जो इसे आकर्षक बनाये रखेगा। घरेलू बाजार में भारतीय रूपया कमजोर हुआ है और कच्चे तेल की अधिक कीमतें और इक्विटी में गिरावट से रूपये की कमजोरी बरकरार रहेगी जिससे सोने की कीमतों की गिरावट पर रोक लगी रहेगी। मार्च में सोने की कीमतें 49,000-54,500 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है और चांदी की कीमतों में भी भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है और कीमतें 65,500-71,000 रुपये के दायरे में कारोबार हो सकती है। कोमेक्स पर सोने की कीमतें 1,850-2,050 डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 23.50-27.00 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है।
रूस-यूक्रेन संकट: यूक्रेन की कहानी सोने के लिए सकारात्मक है। यूक्रेन को लेकर भू-राजनीतिक तनाव के कारण सर्रापफा की सुरक्षित निवेश के रूप में माँग बढ़ी है। रूस-यूक्रेन तेज हो गया है क्योंकि यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव पर रूसी मिसाइलों की बारिश हुई है, और रूसी सैनिकों और सैन्य वाहनों का काफिला राजधानी कीव से महज 15 मील की दूरी पर है। यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और कनाडा ने पुतिन पर अपनी सैन्य कार्रवाई को रोकने के लिए दबाव बनाने के लिए एक गठबंधन बनाया है। लेकिन प्रतिबंधें ने व्लादिमीर पुतिन को सख्त कर दिया, जिससे उन्होंने आक्रमण को तेज कर दिया।
वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति का बढ़ता दबावः रूस-यूक्रेन संघर्ष से वित्तीय नतीजों ने वित्तीय बाजारों में हलचल मचा दी है, वैश्विक इक्विटी में बड़ी गिरावट आयी है और कच्चे तेल की कीमते भी 130 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुँच गयी थी। रूस की सैन्य कार्रवाई ने दुनिया भर में मुद्रास्फीति के दबाव को बढ़ा दिया है। आक्रमण से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में मुद्रास्फीति 40 साल के उच्च स्तर 7.5% पर थी, कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक थी और खाद्य लागत में वृद्धि निश्चित रूप से दुनिया भर में मुद्रास्फीति के दबाव को बढ़ायेगी। इस प्रकार मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में सोने की कीमतों को कुछ समर्थन मिलेगा।
फेडरल रिजर्व का निर्णयः यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने आर्थिक आउटलुक को लेकर नयी अनिश्चितता को जन्म दिया है, लेकिन मार्च से ब्याज दरों में वृद्धि शुरू करने की फेडरल रिजर्व की योजनाओं को पटरी से उतरने की संभावना नहीं है, क्योंकि यह 40 वर्षों में सबसे अधिक मुद्रास्फीति का मुकाबला करना चाहता है। फेडरल रिजर्व ने 26 जनवरी को कहा था कि वह मार्च में ब्याज दरों में वृद्धि कर सकता है और उस महीने अपनी बांड खरीद को समाप्त करने की योजना की पुष्टि की, जबकि अमेरिकी केंद्रीय बैंक के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने प्रतिज्ञा की थी कि मुद्रास्फीति को कम करने के लिए एक निरंतर लड़ाई होगी।
केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारीः दुनिया भर के केंद्रीय बैंक विदेशी मुद्रा भंडार में अपने पास मौजूद सोने के भंडार को बढ़ा रहे हैं, जिससे 2021 में सोने की कुल खरीदारी 31 साल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है। रूस के केंद्रीय बैंक ने घोषणा की है कि वह घरेलू बाजार से सोने की खरीद फिर से शुरू करेगा क्योंकि वह यूक्रेन पर मास्को के व्यापक स्तर पर आक्रमण के बाद नये प्रतिबंधें के बीच कुछ वित्तीय स्थिरता स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। लेकिन कुछ विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि रूस की सोने की अतिरिक्त खरीद आगामी दिनों में बिक्री के लिए एक संकेत साबित हो सकती है। रूस के अपने सोने के भंडार को बड़ी मात्रा में बेचने का डर आगे चलकर बाजार पर भारी पड़ेगा, खासकर अगर रूबल में गिरावट जारी है।
ईटीएफ का बढ़ता प्रवाहः रिफिनिटिव लिप्पर के आँकड़ों के अनुसार पिछले साल 7.8 बिलियन डॉलर की निकासी के बाद इस साल सोना और अन्य कीमती धातुओं के ईटीएफ में 4.7 बिलियन डॉलर की आवक हुई है। एसपीडीआर गोल्ड शेयरों में 3.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जबकि आई शेयर्स सिल्वर ट्रस्ट और आईशेयर्स गोल्ड ट्रस्ट प्रत्येक की होल्डिंग में 400 मिलियन डॉलर से अधिक की बढ़ोतरी हुई। इसके अलावा, रिफाइनिटिव के आँकड़ों के मुताबिक, एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों के पास सोने की होल्डिंग इस साल 2.1% बढ़कर 69.5 मिलियन औसतन हो गयी है।
चांदी की माँग
हाल के वर्षों में, औद्योगिक अनुप्रयोगों में वृद्धि के साथ चांदी का महत्व बढ़ गया है। चांदी उच्चतम विद्युत चालकता, तापीय चालकता और परावर्तन प्रदर्शित करती है। बेशक, औद्योगिक उत्पादन धीमा होने के कारण 2020-21 चांदी के लिए अच्छे वर्ष नहीं थे। बाधित आपूर्ति श्रृंखला, कच्चे माल की बाधओं और स्पष्ट रूप से उच्च ऊर्जा लागत ने औद्योगिक उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। चांदी की माँग का 50 प्रतिशत औद्योगिक उपयोग के कारण होता है। सिल्वर इंस्टीट्यूट का अनुमान है कि मोटर वाहन उद्योग से चांदी की माँग इस दशक के मध्य तक 88 मिलियन औसतन (2021 में सिर्फ 60 मिलियन औसतन से अधिक) तक पहुँच जायेगी। 2040 में, इलेक्ट्रिक वाहनों में चांदी की वार्षिक आपूर्ति का लगभग आधे (वर्तमान में, 1 बिलियन औसतन) की खपत हो सकती है। सोलर सिस्टम लगाने से भी चांदी की माँग में तेजी आ रही है। फोटोवोल्टिक क्षेत्र वर्तमान में सालाना लगभग 100 मिलियन औसतन चांदी की माँग कर रहा है। कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि फोटोवोल्टिक उद्योग से अगले दस वर्षों में चांदी की माँग बढ़कर 185 मिलियन औसतन हो जायेगी।

एसपीडीआर ट्रस्ट में सोने की होल्डिंग की कीमत
एनॉलसिसः एसपीडीआर सोने की कीमते 175-188 रुपये के दायरे में रह सकती है। (शेयर मंथन, 15 मार्च 2022)