बेस मेटल में सुस्ती की संभावना - एसएमसी

मिले-जुले मूल तत्वों के कारण बेस मेटल की कीमतों के एक दायरे में रहने की संभावना है।
डॉलर के कमजोर होने के कारण लंदन में तांबें की कीमतों में जोरदार बढ़त दर्ज की गयी है, जबकि चीन के बेहतर आँकड़ों के कारण कीमतों को मदद मिली है। तांबें की कीमतो को 452 रुपये पर सहारा और 462 रुपये पर बाधा रह सकती है। इस बीच बाजार को चीन और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर हो रही बातचीत के फैसले का इंतजार है, जिससे बेस मेटल की कीमतों को दिशा मिलने की संभावना है। इससे पहले दोनों देशों ने एल्युमीनियम सहित कई उत्पादों के व्यापार को लेकर एक दूसरे के ऊपर शुल्क लगा दिया था।
अप्रैल में चीन के सेवा क्षेत्र में जोरदार वृद्धि दर्ज की गयी है, जबकि नये व्यवसाय और रोजगार में भी अच्छी बढ़ोतरी हुई है। जिंक की कीमतों को 198 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 204 रुपये के स्तर पर बाधा का समाना करना पड़ सकता है। लेड में सीमित दायरे में कारोबार होने की संभावना है और कीमतों को 149 रुपये के स्तर पर सहारा तथा 154 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। जिंक स्मेल्टिंग कंपनी नीरस्टार जिंक के वार्षिक प्रोसेसिंग शुल्क को 15% कम करके 147 डॉलर प्रति टन करने पर सहमत हो गयी है। निकल की कीमतें 920 रुपये पर सहारे के साथ 935 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। इसके अलावा बेस मेटल में एल्युमीनियम की कीमतों में 157 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती हैं। (शेयर मंथन, 04 मई 2018)