मैं बाजार के रुझान के बारे में काफी सकारात्मक हूँ और तेजी जारी रहने की उम्मीद रखता हूँ।
इस समय बुनियादी ढाँचे का विकास, बिजली क्षेत्र की वृद्धि, माइनिंग लीज पर स्वीकृति, व्यापार घाटे में आयी कमी और डॉलर की कीमत 60 रुपये के आसपास होना शेयर बाजार के लिए सकारात्मक बातें हैं। लेकिन अगर बरसात कम रहे, महँगाई दर बढ़े और इसके चलते ब्याज दरों में वृद्धि हो या कच्चे तेल के भावों में तेजी आये तो यह बाजार के लिए नकारात्मक होगा। योगेश मेहता वीपी, मोतीलाल ओसवाल (Yogesh Mehta, VP, Motilal Oswal)
(शेयर मंथन, 08 जुलाई 2014)