ओएनजीसी (ONGC) की इकाई ने स्थगित की ईरान में निवेश की योजना

खबरों के अनुसार अमेरिकी प्रतिबंध के कारण सरकारी बहुराष्ट्रीय तेल-गैस कंपनी ओएनजीसी (ONGC) की सहायक कंपनी ओएनजीसी विदेश (ONGC Videsh) की ईरान के फरजाद-बी गैस क्षेत्र में निवेश करने की योजना ठंडे बस्ते में चली गयी है।

बैंकों और ऑपरेटरों के अमेरिका द्वारा प्रतिबंधों को लेकर चिंता व्यक्त करने की वजह से ओएनजीसी विदेश ने निवेश का फैसला टाल दिया।
यह समझौता पिछले साल 15 सितंबर में होने की उम्मीद थी, लेकिन एक यूरोपीय और ऑस्ट्रेलियाई सलाहकार कंपनियों द्वारा करार से हटने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया। इसी तरह की चिंता एसबीआई ने भी व्यक्त की थी, जिसने ओएनजीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी की कई परियोजनाओं की फंडिंग की है।
दरअसल भारत सरकार 2009 से ही गैस क्षेत्र के लिए एक समझौता करने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन तेहरान के खिलाफ लगे प्रतिबंधों ने खेल बिगाड़ दिया। फरजाद-बी का गैस रिजर्व करीब 21.6 लाख करोड़ क्यूबिक फीट है।
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका ने ईरान से तेल खरीद पर भारत, चीन और तुर्की समेत कुछ देशों को दी छूट समाप्त करने का ऐलान किया।
उधर बीएसई में ओएनजीसी का शेयर 168.70 रुपये के पिछले बंद भाव के मुकाबले 169.00 रुपये पर खुल कर अभी तक के कारोबार में 169.10 रुपये और 166.60 रुपये के दायरे में रहा है। करीब 2.40 बजे कंपनी के शेयरों में 0.90 रुपये या 0.53% की कमजोरी के साथ 167.80 रुपये पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 2,15,341.69 करोड़ रुपये है। वहीं पिछले 52 हफ्तों में इसके शेयर का सर्वाधिक भाव 191.85 रुपये और निचला स्तर 127.90 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 25 अप्रैल 2019)