वैश्विक बाजारों में मोलनुपिरवीर की बिक्री के लिए स्ट्राइड्स फार्मा का मेडिसिन्स पेटेंट पूल के साथ करार

स्ट्राइड्स फार्मा ने जेनेवा की कंपनी MPP यानी मेडिसिन्स पेटेंट पूल के साथ मोलनुपिरवीर (molnupiravir) की वैश्विक बाजारों में बिक्री के लिए करार किया है।

कंपनी और इसकी सब्सिडियरी यूनिवर्सल कॉरपोरेशन,केन्या (UCL) ने एमपीपी (MPP) के साथ ऐच्छिक नॉन एक्सक्लूसिव सब लाइसेंस करार किया है। एमपीपी का कारोबार 105 देशों तक फैला हुआ है। कंपनी और सब्सिडियरी यूसीएल दवा का उत्पादन विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मान्यता प्राप्त इकाई में करेंगे। दवा का उत्पादन भारत और नैरोबी में किया जाएगा। यूसीएल के पास उप-सहारा क्षेत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मान्यता प्राप्त दो इकाई हैं।

स्ट्राइड्स फार्मा साइंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी निदेशक आर अनंतनारायण के मुताबिक भारत में 200 एमजी क्षमता वाली दवा स्ट्रिपिराविर नाम से लॉन्च किया गया है। इस करार से वैश्विक बाजारों में 200 एमजी के अलावा 400 एमजी क्षमता वाले डोज की बिक्री संभव हो पाएगी। कोरोना से प्रभावित मरीजों को अधिक कंप्लायंस और बेहतर प्रबंधन (एडमिनिस्ट्रेशन ) का फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण विश्व के अलग-अलग हिस्सों में उपजी चुनौतियों से निपटने के लिए कंपनी लगातार नई दवाइयां विकसित करती रहेगी जिससे हेल्थकेयर सिस्टम के अलावा मरीज भी लाभान्वित होंगे।
मोलनुपिरवीर SARS CoV2 को बढ़ने से रोकने में मददगार है। साथ ही क्लिनिकल अध्ययन में पाया गया है कि सबसे सामान्य कोराना के खिलाफ भी यह कारगर है। दिसंबर 2021 में कंपनी को भारत में मोलनुपिरवीर लॉन्च करने के लिए ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया यानी डीसीजीआई (DCGI) से इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी (EUA) मिली है। (शेयर मंथन, 20 जनवरी 2022)