सेबी से अरविंदो फार्मा को मिला चेतावनी पत्र

अरविंदो फार्मा को कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी से वॉर्निंग लेटर यानी चेतावनी पत्र मिला है। कंपनी को यह पत्र फिलहाल चल रहे यूएसएफडीए ऑडिट से जुड़ा हुआ है।

 सेबी का मानना है कि कंपनी ने यूएसएफडीए के चल रहे मौजूदा ऑडिट के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है। कंपनी ने अपने हैदराबाद इकाई को जारी हुये आपत्ति की जानकारी सेबी के साथ साझा नहीं की है। एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक यह मामला 2019-2022 के बीच का है जिसमें कंपनी ने कुछ डिस्क्लोजर इकाई-1 और आपत्ति से जुड़ा हुआ है। सेबी की ओर से जारी चेतावनी पत्र के मुताबिक कंपनी ने जांच के बारे में सीमित जानकारी साझा की है। कंपनी ने जारी आपत्तियों का कारण नहीं बताया है। साथ ही यूएसएफडीए की ओर से जारी आपत्तियों को गंभीर नहीं माना है। सेबी की ओर से कंपनी को 24 जून को चेतावनी पत्र भेजा गया है। यह हैदराबाद इकाई से जुड़ा हुआ है जहां पर इकाई पर ओएआई यानी ऑफिशियल एक्शन इंडिकेटेड (OAI) के तहत कार्रवाई की गई थी। इसके अलावा अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर यूएसएफडीए ने अगस्त 2021 को चेतावनी पत्र जांच के बाद जारी किया था। सेबी के चेतावनी पत्र के मुताबिक 10 नवंबर 2021 को कंपनी ने यूनिट-1 पर यूएसएफडीए की ओर से हुए कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। यह जांच 2 से 12 अगस्त के दौरान की गई थी। कंपनी के मुताबिक इकाई पर हुए इस ऑफिशियल एक्शन इंडिकेटेड (OAI) का मौजूदा कमर्शियल सप्लाई पर कोई असर नहीं होगा। आपको बता दें कि कंपनी यहां से उत्पादित दवायें अमेरिकी बाजार में निर्यात करती थी। इसके बाद कंपनी ने 14 जनवरी 2022 को जानकारी दी देते हुए बताया कि मौजूदा इकाई को यूएसएफडीए से चेतावनी पत्र मिला है। सेबी ने कंपनी के डिस्क्लोजर में पाया कि इसमें बहुत ही सीमित जानकारी दी गई है।डिस्क्लोजर में कंपनी को यूएसएफडीए से चेतावनी पत्र के बारे में सिर्फ जानकारी दी गई है। कंपनी ने कारणों के बारे में जानकारी नहीं दी थी। साथ ही नियमों के पालन संबंधित जानकारी भी नहीं दी गई थी। हैरानी करने वाली बात यह है कि कंपनी ने इस बात का दावा किया कि इन्वेस्टर कॉल में यूएसएफडीए की ओर से की गई कार्रवाई के बारे में सूचित किया गया है, लेकिन एक्सचेंज को भेजे गए इन्वेस्टर कॉल के ट्रांसक्रिप्ट में कहीं इसका कोई जिक्र नहीं है। इन्वेस्टर कॉल में दी गई जानकारी में कोई नई बात नहीं बताई गई थी। सेबी के मुताबिक कंपनी को जारी दो आपत्तियों पर जवाब से यूएसएफडीए संतुष्ट नहीं था। इसके लिए जनवरी 2022 में चेतावनी पत्र भी भेजा गया था। कंपनी का चेतावनी को गंभीर नहीं मानना मजबूत पक्ष नहीं है, जबकि यूएसएफडीए के वेबसाइट पर मौजूद सीमित जानकारी से कंपनी की मौजूदा स्थिति के बारे में पता नहीं चलता है और यह अपर्याप्त है। सेबी ने कंपनी को नियमों का पालन करने की सलाह दी है। साथ ही सेबी ने चेतावनी दी है कि भविष्य में इस तरह की गलती दोहराने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सेबी ने कंपनी को आदेश दिया है कि अगली बोर्ड बैठक से पहले एक्सचेंज को जानकारी देनी होगी।

(शेयर मंथन, 28 जून 2022)