भारत-22 ईटीएफ (Bharat-22 ETF) के चौथे इश्यू को 23,500 करोड़ रुपये के आवेदन

03 अक्टूबर को खुले भारत-22 ईटीएफ (Bharat-22 ETF) की चौथी किस्त को अंतिम दिन तक करीब 12 गुना यानी 23,500 करोड़ रुपये के आवेदन भेजे गये।

शुक्रवार को दो दिवसीय इश्यू का आखरी दिन था। पहले दिन यानी गुरुवार को यह इश्यू म्यूचुअल फंड, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक और बीमा फंड जैसे एंकर निवेशकों के लिए खुला, जिन्होंने एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्से को 13,500 करोड़ रुपये (करीब 27 गुना) के आवेदन भेजे।
04 अक्टूबर को यह इश्यू संस्थागत और खुदरा निवेशकों के लिए खुला। भारत-22 ईटीएफ के नये इश्यू का मूल आकार 2,000 करोड़ रुपये था, जिसमें सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त (ग्रीन-शू ऑप्शन) विकल्प रखा था। मगर निवेशकों की ओर से जोरदार प्रतिक्रिया मिलने से सरकार ने अतिरिक्त 4,368 करोड़ रुपये अपने पास रखने की बात कही है। यानी अब सरकार भारत-22 ईटीएफ की चौथी किस्त में ग्रीन-शू विकल्प के साथ कुल 12,368 करोड़ रुपये रखेगी।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) भारत-22 ईटीएफ के फंड ऑफर का प्रबंधन कर रहा है।
बता दें कि सरकार ने भारत-22 ईटीएफ के अब तक के तीन इश्यू से 35,900 करोड़ रुपये जुटाये हैं। इसमें 14,500 करोड़ रुपये नवंबर 2017, 8,400 करोड़ रुपये जून 2018 और 13,000 करोड़ रुपये फरवरी 2019 में जुटाये गये।
वे केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्रक उद्यम (सीपीएसई) जो भारत -22 ईटीएफ का हिस्सा हैं, उनमें ओएनजीसी, इंडियन ऑयल, एसबीआई, भारत पेट्रोलियम, कोल इंडिया, नाल्को, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियर्स इंडिया, एनबीसीसी, एनटीपीसी, एनएचपीसी, एसजेवीएनएल, गेल, पावर ग्रिड और एनएलसी इंडिया शामिल हैं। एसबीआई के अलावा भारत-22 ईटीएफ में दो अन्य सरकारी बैंक, इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा, मौजूद हैं।
जानकारों का मानना है कि भारत-22 ईटीएफ के नये इश्यू के जरिये चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार को अपने 1.05 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य पूरा करने में मदद मिलेगी। (शेयर मंथन, 05 अक्टूबर 2019)