नोटबंदी का असर है बाजार की मुख्य चिंता

amit khuranaअमित खुराना
इक्विटी प्रमुख, दौलत कैपिटल
इस समय बाजार की मुख्य चिंताएं हैं नोटबंदी का उपभोग और पूँजीगत व्यय के चक्र पर असर।

साथ ही जीएसटी लागू होने के दौरान पुरानी से नयी व्यवस्था में जाने के दौरान होने वाले असर और उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजों पर भी बाजार की नजर रहेगी। सकारात्मक बात यह है कि व्यापक आर्थिक संकेतक अच्छे लग रहे हैं। साथ ही निकट भविष्य के कुछ मुद्दों को छोड़ दें तो एफआईआई की भारत में अच्छी दिलचस्पी बनी हुई है। घरेलू निवेश प्रवाह बाजार को अच्छा सहारा दे रहा है। अगले छह महीनों में नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर असर ही बाजार के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक होगा। नोटबंदी का छोटी अवधि में अर्थव्यवस्था पर असर नकारात्मक है, मगर बाजार इस बात को पहले ही भुना चुका है।
मेरा मानना है कि छह महीने में सेंसेक्स 28,000 और निफ्टी 8,500 पर होंगे, जबकि साल भर में सेंसेक्स 30,000 और निफ्टी 9,000 पर पहुँचने की उम्मीद है। निफ्टी का साल 2017 का दायरा ऊपर 9,000 और नीचे 7,500 तक का लगता है। इस साल बुनियादी ढाँचा और दवा क्षेत्र बाजार से तेज रहने की आशा है, जबकि आईटी क्षेत्र धीमा चलेगा। (शेयर मंथन, 03 जनवरी 2017)