पिछले हफ्ते मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में काफी उतार–चढ़ाव देखने को मिला। ऐसे में बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार से जानते हैं कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आगे क्या होने की संभावना है?
बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार कहते है कि मिडकैप इंडेक्स की बात करें तो फिलहाल इसे बड़े ब्रेकआउट के बजाय कंसोलिडेशन फेज में ही देखना ज्यादा सही होगा। टाइम के हिसाब से फरवरी से पहले किसी बड़े रियल वैल्यूएशन मूव की उम्मीद करना मुश्किल है। अगर थोड़ा लंबा नजरिया रखें तो मिडकैप इंडेक्स अभी भी हायर-हाई स्ट्रक्चर में बना हुआ है और लोअर-लो बनने के संकेत नहीं मिल रहे हैं। इसका मतलब यही है कि मौजूदा गिरावट एक हेल्दी कंसोलिडेशन मानी जा सकती है। स्मॉलकैप इंडेक्स की तस्वीर थोड़ी ज्यादा जटिल नजर आती है। फिलहाल स्मॉलकैप में यह कहना मुश्किल है कि अब पूरी तरह से मामला सुधर गया है। हालांकि, जो हालिया लो बना है, वह भी काफी अहम है। रणनीति यही बनती है कि पहले मिडकैप इंडेक्स पर नजर रखी जाए। अगर वहां से पॉजिटिव संकेत और मोमेंटम आता है, तो स्मॉलकैप में भी तेजी से रिकवरी देखी जा सकती है, क्योंकि वहां मार्केट कैप छोटा और लिक्विडिटी कम होने के कारण मूव तेज होता है। फिलहाल दोनों ही सेगमेंट में सतर्कता जरूरी है, लेकिन पैनिक की स्थिति नहीं दिखती, जब तक कि अहम सपोर्ट लेवल्स टूटकर नीचे क्लोज न हों।
(शेयर मंथन, 15 दिसंबर 2025)
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