वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल यानी (डब्ल्यूजीसी) के मुताबिक चौथी तिमाही में भारत में सोने की मांग में 18 फीसदी की गिरावट देखी गई है। चौथी तिमाही में सोने की मांग 18 फीसदी घटकर 135.5 टन रही। जहां तक नेट बुलियन इंपोर्ट का सवाल है तो वह 314 टन से घटकर 132 टन रहा। ज्वेलरी के लिए सोने की मांग 26 फीसदी घटकर 94.2 टन रही।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल यानी (डब्ल्यूजीसी) के मुताबिक चौथी तिमाही में गोल्ड रिसाइक्लिंग में तेजी देखी गई और यह 14.8 टन से बढ़कर 27.8 टन तक पहुंच गया। निवेश के बेहतर विकल्प के तौर पर सोना अपनी पहचान अभी भी बनाए हुए है। ऐसे में निवेश के लिए सोने की मांग 5 फीसदी बढ़कर 41.3 टन देखने को मिली। जहां तक सोने की कीमत का सवाल है तो औसत कीमत 5 फीसदी बढ़कर $1877/OZ रहा। सोने के चाहने वालों की संख्या केवल भारत में ही नहीं है।ऐसे में वैश्विक स्तर पर सोने की मांग 34 फीसदी बढ़कर 1234 टन रही। जहां तक सेंट्रल बैंक्स की ओर सोना खरीदने का सवाल है तो यह 29 फीसदी गिरकर 84 टन दर्ज हुआ। वैश्विक स्तर पर में गोल्ड ज्वेलरी की मांग 7% घटकर 474 टन रहा। खास बात यह देखने को मिली कि लोगों का रुझान ETF की बढ़ रहा है। ऐसे में देखा गया कि वैश्विक स्तर पर ईटीएफ (ETF) इनफ्लो 170 टन से बढ़कर 269 टन दर्ज किया गया। गोल्ड बार, क्वाइन्स की वैश्विक मांग 2 फीसदी घटकर 282 टन दर्ज किया गया। खास बात यह रही कि निवेश के लिए वैश्विक स्तर पर सोने की मांग में 203 फीसदी तककी बढ़ोतरी देखने को मिली और यह बढ़कर 551 टन हो गया। वहीं वैश्विक स्तर पर सोने की आपूर्ति 4% बढ़कर 1156.6 टन रहा। (शेयर मंथन 28 अप्रैल 2022)