
मौजूदा सीजन में मक्के के उत्पादन में 15% की कमी रहने की संभावना है। इस वर्ष मानसून में कमी आने के कारण उत्पादकता में भी कमी आने का अनुमान है। इस वर्ष मानसून 14% कम रहा है। भारत में मक्के का उत्पादन लगभग 2 करोड़ टन होनें का अनुमान है जो पिछले पाँच वर्षों में सबसे कम उत्पादन होगा।
मक्का के लिये एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज (SMC Global Securities) की सलाह है कि मक्का वायदा अक्टूबर की कीमतों में 1455 रुपये के समर्थन स्तर से ऊपर तेजी बरकरार रह सकती है।
(शेयर मंथन, 5 अक्टूबर 2015)
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