कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5700 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया।
सेंसेक्स (Sensex) 133 अंक यानी 0.71% की गिरावट के साथ 18,625 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 41 अंक यानी 0.72% की कमजोरी के साथ 5664 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.16% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.84% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.05% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। निफ्टी 5700 के स्तर के नीचे खुला। कारोबार के पहले घंटे में बाजार ने बढ़त बनाने की कोशिश की लेकिन बाजार में एक सीमित दायरे में ही कारोबार होता रहा। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों की वजह से बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार सीमित दायरे में ही घूमता नजर आया। दोपहर के कारोबार में बाजार की गिरावट थोड़ी कम हुई लेकिन जल्द ही बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। इस दौरान सेंसेक्स 18,558 और निफ्टी 5642 दिन के निचले स्तरों तक चले गये। कारोबार के अंतिम घंटों में बाजार अपने निम्नतम स्तर से थोड़ा सँभला। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में निचले स्तरों से सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज कंज्यूमर ड्यूरेबल्स को सबसे ज्यादा 2.84% का घाटा हुआ। एफएमसीजी में 1.78%, हेल्थकेयर में 1.20%, पीएसयू में 1.15% और पावर में 1.06% की गिरावट रही। बैंकिंग में 0.92%, रियल्टी और तेल-गैस में 0.90%-0.90%, टीईसीके में 0.82%, आईटी में 0.53%, धातु में 0.29% और कैपिटल गुड्स में 0.22% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, ऑटो में 0.81% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 26 अक्टूबर 2012)
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