
कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
इराक संकट गहराने और मई 2014 में महँगाई दर बढ़ कर 6.01% होने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 38 अंक यानी 0.15% की गिरावट के साथ 25,190 पर रहा। निफ्टी 9 अंक यानी 0.11% की कमजोरी के साथ 7,534 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.36% की मजबूती रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.35% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.31% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज कैपिटल गुड्स और ऑटो में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत उतार-चढ़ाव के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में ही बाजार में गिरावट बढ़ी। निफ्टी 7,500 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। हालाँकि, कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट में कमी आती चली गयी। निफ्टी 7,500 के स्तर से ऊपर लौट आया। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। मई माह में महँगाई दर बढ़ने की खबर से बाजार लड़खड़ाया। इस दौरान निफ्टी एक बार फिर 7,500 के स्तर से नीचे चला गया। सेंसेक्स 25,064 और निफ्टी 7,488 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। दोपहर के कारोबार में बाजार की गिरावट कम होती चली गयी। निफ्टी 7,500 के स्तर से ऊपर लौटने में कामयाब रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी मिनटों में बाजार लाल निशान पर ही बना रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.16% की गिरावट रही। ऑटो में 1.07% और बैंकिंग में 0.52% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, रियल्टी में 1.70% की मजबूती रही। आईटी में 1.54%, टीईसीके में 1.24%, कंज्यूमर ड्यूरबेल्स में 0.86%, हेल्थकेयर में 0.73%, एफएमसीजी में 0.29%, पावर में 0.24% और धातु में 0.13% की बढ़त रही। तेल-गैस में 0.03% की मामूली बढ़त रही। (शेयर मंथन, 16 जून 2014)
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