
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में भी गिरावट रही।
निफ्टी (Nifty) 7,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुए।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 243 अंक यानी 0.94% की गिरावट के साथ 25,665 पर रहा। निफ्टी 74 अंक यानी 0.96% गिर कर 7,672 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.64% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.77% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.15% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज धातु और बैंकिंग में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में गिरावट बढ़ी। निफ्टी 7,700 के स्तर से नीचे फिसला, लेकिन जल्दी ही इस स्तर से ऊपर आ गया। दोपहर के कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा, लेकिन कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार पर दबाव बढ़ा। इसके बाज जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट तेज होती चली गयी। निफ्टी 7,700 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज धातु क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.90% का घाटा हुआ। बैंकिंग में 1.82%, रियल्टी में 1.25%, एफएमसीजी में 1.24%, हेल्थकेयर में 0.79%, ऑटो में 0.71% और तेल-गैस में 0.66% की गिरावट रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.40%, पावर में 0.17% और कैपिटल गुड्स में 0.12% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.67% और टीईसीके में 0.10% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 06 अगस्त 2014)
Add comment