
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज नौ दिनों की मजबूती के बाद गिरावट के साथ बंद हुए।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स (Sensex) 27,000 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा, लेकिन अंत में यह इस स्तर से ऊपर बंद होने में कामयाब रहा।
निफ्टी (Nifty) 8,100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 54 अंक यानी 0.20% की गिरावट के साथ 27,086 पर रहा। निफ्टी 19 अंक यानी 0.23% की कमजोरी के साथ 8,096 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.23% की बढ़त रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.11% की बढ़त और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.36% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी और धातु में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही निफ्टी 8,100 के स्तर से नीचे फिसल गया। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार की गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 27,000 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इसके बाद सेंसेक्स 27,000 के ऊपर-नीचे होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। इस दौरान सेंसेक्स 26,972 और निफ्टी 8,061 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार की गिरावट में कमी आयी। सेंसेक्स 27,000 के स्तर के ऊपर लौट आया। निफ्टी 8,100 के स्तर से ऊपर पहुँच गया लेकिन जल्द ही यह इस स्तर से नीचे फिसला। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 4.22% का घाटा हुआ। धातु में 1.50% और कैपिटल गुड्स में 1.00% की गिरावट रही। तेल-गैस में 0.53%, पावर में 0.49%, बैंकिंग, आईटी-टीईसीके तीनों में 0.42%, 0.24% व 0.42% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, हेल्थकेयर में 0.49%, एफएमसीजी में 0.26%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.13% और ऑटो में 0.11% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 04 सितंबर 2014)
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