
हफ्ते के पहले दिन सोमवार को पूरे दिन भारतीय शेयर बाजार एक दायरे के अंदर चलते रहने के बाद अंत में मामूली नुकसान पर बंद हुआ।
बीएसई का सेंसेक्स (Sensex) 29 अंक या 0.11% की गिरावट के साथ 26,597 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 10 अंक या 0.12% गिर कर 7959 पर बंद हुआ। सुबह एशियाई बाजारों के थोड़े सुस्त रुझान और सिंगापुर निफ्टी में गिरावट के बीच भारतीय बाजार हल्की कमजोरी के साथ खुला, लेकिन तुरंत ही हरे निशान में लौट आया। हालाँकि इसके बाद यह पूरे दिन एक दायरे में बँधा रहा। सेंसेक्स को ऊपर 26,700 पार करने में दिक्कत पेश आती रही। आखिरी घंटे में यह 26,518 तक फिसल गया, लेकिन तुरंत ही सँभल कर अंत में लगभग सपाट हो गया। इसी तरह निफ्टी भी ऊपर 7992 और नीचे 7935 के दायरे में सिमटा रहा।
सूचकांक में गिरावट हल्की होने के बावजूद चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात गिरने वाले शेयरों की ओर झुका रहा। सेंसेक्स के 30 में से 21 शेयर लाल निशान में रहे और निफ्टी के 50 शेयरों में से 31 शेयरों को नुकसान उठाना पड़ा।
निफ्टी के 50 शेयरों में सबसे ज्यादा 3.89% नुकसान जिंदल स्टील को उठाना पड़ा। सबसे ज्यादा कमजोर अन्य शेयरों में डीएलएफ (-2.68%), कोटक महिंद्रा बैंक (-2.18%), टाटा स्टील (-1.74%), कोल इंडिया (-1.55%), बजाज ऑटो (-1.49%), कैर्न इंडिया (-1.44%), आईटीसी (-1.40%), आईसीआईसीआई बैंक (-1.32%) और हीरो मोटोकॉर्प (-1.24%) प्रमुख रहे। दूसरी ओर सन फार्मा ने 3.64%, टीसीएस ने 3.35%, गेल ने 2.41%, पावर ग्रिड ने 2.19% और हिंडाल्को ने 2.07% की बढ़त दर्ज की।
हालाँकि दिग्गज शेयरों पर दबाव रहने के बावजूद छोटे-मँझोले शेयरों के लिए दिन अच्छा बीता। बीएसई मिडकैप सूचकांक में 1.01% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.49% की तेजी रही। बीएसई में चढ़ने वाले 1872 शेयरों की तुलना में गिरने वाले शेयरों की संख्या 1074 ही रही। (शेयर मंथन, 29 सितंबर 2014)
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