
कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मिले-जुले रुख के साथ एकदम सपाट बंद हुए।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 5 अंक यानी 0.02% की मामूली कमजोरी के साथ 27,860 पर रहा। निफ्टी 2 अंक यानी 0.02% की मामूली बढ़त के साथ 8,324 पर एकदम सपाट बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.99% की मजबूती रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 1.34% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 1.09% की मजबूती रही। क्षेत्रों के लिहाज से रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार रिकॉर्ड ऊपरी स्तर पर रहा। इस दौरान सेंसेक्स 27,970 और निफ्टी 8,351 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। हालाँकि जल्द ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इसके बाद बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार ने सँभलने की कोशिश की लेकिन बाजार में लाल निशान के ऊपर-नीचे कारोबार जारी रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार पर दबाव बढ़ा। निफ्टी 8,300 के स्तर से नीचे फिसला। इस दौरान सेंसेक्स 27,785 और निफ्टी 8,298 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि निफ्टी जल्द ही इस स्तर से ऊपर लौट आया। कारोबार के आखिरी मिनटों में सेंसेक्स लाल निशान पर ही बना रहा लेकिन निफ्टी हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में एकदम सपाट बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से रियल्टी में सबसे ज्यादा 3.61% की मजबूती रही। बैंकिंग में 0.46%, हेल्थकेयर में 0.37%, कैपिटल गुड्स में 0.29%, टीईसीके में 0.27%, आईटी में 0.16% और पावर में 0.06% की बढ़त रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.48% की गिरावट रही। ऑटो में 0.88%, तेल-गैस में 0.21% और धातु में 0.09% की कमजोरी रही। एफएमसीजी क्षेत्र एकदम सपाट रहा। (शेयर मंथन, 03 नवंबर 2014)
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