उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
डॉलर के मुकाबले रुपया 9 महीने के निचले स्तर पर रहा है।
सेंसेक्स (Sensex) 28,000 और निफ्टी (Nifty) 8,400 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद हुए।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 35 अंक यानी 0.12% की बढ़त के साथ 28,068 पर रहा। निफ्टी 20 अंक यानी 0.23% चढ़ कर 8,402 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.04% की मामूली कमजोरी रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.28% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.07% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से आईटी और हेल्थकेयर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत उतार-चढ़ाव के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार एक बेहद सीमित दायरे में रहा। सेंसेक्स 28,000 और निफ्टी 8,400 के स्तर से नीचे फिसल गये। हालाँकि कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार हरे निशान पर लौट आया, लेकिन इसके बाद बाजार में लाल निशान के ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। इस दौरान सेंसेक्स 27,915 और निफ्टी 8,353 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। सेंसेक्स 28,000 और निफ्टी 8,400 के स्तरों को पार कर गये। इस दौरान सेंसेक्स 28,119 और निफ्टी 8,411 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे। आखिरकार, आज के कारोबार में सेंसेक्स-निफ्टी मजबूती के साथ ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आईटी को सबसे ज्यादा 1.27% का फायदा हुआ। हेल्थकेयर में 0.98%, टीईसीके में 0.81% की मजबूती रही। एफएमसीजी में 0.39%, बैंकिंग में 0.37% और तेल-गैस में 0.31% की बढ़त रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.72% और रियल्टी में 1.52% की गिरावट रही। धातु में 0.84%, पावर में 0.78%, कैपिटल गुड्स में 0.72% और ऑटो में 0.45% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 20 नवंबर 2014)
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