उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मिले-जुले रुख के साथ सपाट बंद हुए।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1 अंक की मामूली कमजोरी के साथ 28,443 पर एकदम सपाट पर रहा। निफ्टी 13 अंक यानी 0.15% की मामूली बढ़त के साथ 8,538 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.53% की मजबूती रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 1.64% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 1.39% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से ऑटो और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी, जबकि आईटी और टीईसीके में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत हल्की बढ़त के साथ हुई। हालाँकि शुरुआती कारोबार में ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 28,371 और निफ्टी 8,508 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा, लेकिन इसके बाद बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार जारी रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार को सहारा मिला। दोपहर के कारोबार में बाजार हरे निशान पर लौट आया। इस दौरान सेंसेक्स 28,505 और निफ्टी 8,547 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन इसके बाद दिन भर बाजार में उतार-चढ़ाव का रूख बना रहा। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार में गिरावट गहरायी। हालाँकि कारोबार के आखिरी मिनटों में निफ्टी हरे निशान पर लौट आया और सेंसेक्स लाल निशान पर एकदम सपाट बंद हुआ।
क्षेत्रों के लिहाज से ऑटो में सबसे ज्यादा 1.34% की मजबूती रही। रियल्टी में 1.32%, पावर में 1.06%, तेल-गैस में 0.99%, कैपिटल गुड्स में 0.96%, बैंकिंग में 0.43% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.28% की बढ़त रही। एफएमसीजी-धातु दोनों में 0.04% व 0.04% और हेल्थकेयर में 0.01% की मामूली बढ़त रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.19% और टीईसीके में 0.16% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 03 दिसंबर 2014)
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