
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज लगातार पाँचवें दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ी। आज के कारोबार में रुपया 13 महीने के निचले स्तर पर पहुँच गया है।
शुरुआती कारोबार में निफ्टी (Nifty) 8,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया, लेकिन जल्द ही यह इस स्तर से ऊपर लौटने में कामयाब रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 71 अंक यानी 0.27% की गिरावट के साथ 26,710 पर रहा। निफ्टी 38 अंक यानी 0.47% गिर कर 8,030 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.40% की कमजोरी रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 1.06% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.60% की गिरावट रही। क्षेत्रों के लिहाज से हेल्थकेयर और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 8,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान बाजार में गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 26,469 और निफ्टी 7,961 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि जल्द ही निफ्टी 8,000 के स्तर से ऊपर लौट आया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट कम होती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स 26,872 और निफ्टी 8,082 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन इसके बाद एक बार फिर बाजार में लाल निशान के ऊपर-नीचे कारोबार शुरू हो गया। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार पर दबाव बढ़ा। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से हेल्थकेयर को सबसे ज्यादा 1.95% का घाटा हुआ। रियल्टी में 1.59, ऑटो में 1.57%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.38%, एफएमसीजी में 1.27% और पावर में 0.81% की गिरावट रही। कैपिटल गुड्स में 0.40%, टीईसीके में 0.31% और आईटी में 0.18% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, धातु में 1.06% और तेल-गैस में 0.74% की मजबूती रही। बैंकिंग में 0.21% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 17 दिसंबर 2014)
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