अमेरिकी शेयर बाजार ने मंगलवार को अच्छी शुरुआत की और काफी समय तक हरे निशान में ही चलता रहा, मगर आखिरी घंटों में अपनी बढ़त गँवा कर इसके प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए।
डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Industrial Average) पिछले दिन के बंद स्तर 17,641 की तुलना में 17,645 पर खुला और 17,923 तक चढ़ा। मगर इसके बाद यह फिसलने लगा और 17,498 तक गिर गया। इस तरह डॉव जोंस में 425 अंकों का भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालाँकि अंत में यह थोड़ा सँभल कर 17,614 पर बंद हुआ। इसमें 27 अंक या 0.15% की गिरावट आयी।
एसऐंडपी 500 (S&P 500) भी इसी तरह का उतार-चढ़ाव झेलने के बाद अंत में 5 अंक (0.26%) की गिरावट के साथ 2,023 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) भी 3 अंक (0.07%) के मामूली नुकसान के साथ 4,661 पर रहा।
एल्युमीनियम कंपनी एल्कोआ के नतीजे बाजार के अनुमानों से बेहतर रहने के कारण अमेरिकी बाजार में शुरुआती तेजी दिखी। साथ ही चीन में विदेश व्यापार के आँकड़े भी उम्मीद से अच्छे थे। मगर ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली शुरू हो जाने से शुरुआती बढ़त टिक नहीं सकी। साथ ही कच्चे तेल समेत कमोडिटी के भावों में गिरावट जारी रहने से बाजार कमजोर हुआ।
मंगलवार को अमेरिकी डब्लूटीआई क्रूड का भाव 18 सेंट की गिरावट के साथ 45.89 डॉलर प्रति बैरल पर रहा, जो अप्रैल 2009 के बाद से इसका सबसे निचला स्तर है। हालाँकि इससे पहले डब्लूटीआई क्रूड (फरवरी डिलीवरी) का भाव 44.87 डॉलर तक फिसल गया था। वहीं ब्रेंट क्रूड 45.19 डॉलर तक फिसलने के बाद अंत में 1 डॉलर की गिरावट के साथ 46 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। पिछले साल जून से अब तक कच्चे तेल में लगभग 60% की गिरावट आ चुकी है। घटती वैश्विक माँग के साथ-साथ अमेरिका में शेल गैस का उत्पादन बढ़ने के कारण तेल में इस तरह की भारी गिरावट आयी है। (शेयर मंथन, 14 जनवरी 2015)
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